रायपुर. नगर निगम रायपुर की कार्यशैली पर नेता प्रतिपक्ष आकाश तिवारी ने सवाल खड़े किए हैं. 50-60 लाख रुपए की कचरा कॉम्पैक्टर गाड़ी को जानबूझकर बर्बाद करने का उन्होंने गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि एक तरफ नगर निगम सामान्य सभा में इंदौर मॉडल लागू करने के नाम पर 8 करोड़ रुपए का जनजागरण अभियान पर खर्च करने का प्रस्ताव ला रहा है. दूसरी तरफ अपनी ही 50-60 लाख रुपए कीमत वाली कचरा कॉम्पैक्टर गाड़ी (नंबर CG 04 JE 0902) को जानबूझकर बर्बाद करने में लगा हुआ है.


नेता प्रतिपक्ष आकाश तिवारी ने कहा कि निगम के मोटर वर्कशॉप का औचक निरीक्षण करने पर दर्जनों कंडम गाड़ियों के बीच यह महंगी कॉम्पैक्टर ट्रक दिखाई पड़ी. यह गाड़ी पिछले 8-9 महीने से खड़ी है. उस पर लगातार मिट्टी डालकर उसे और खराब करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब खर्चे की जानकारी ली गई तो पता चला कि 4 से 5 लाख रुपए खर्च करके यह गाड़ी को पूरी तरह ठीक कर के कचरा उठाने के काम में लगाई जा सकती है.
कमीशन के खेल का आरोप
आकाश तिवारी ने कहा कि जब 5 लाख रुपए खर्च कर गाड़ी ठीक हो सकती है, तो उसे जानबूझकर क्यों बर्बाद किया जा रहा है? नगर निगम रायपुर पैसों की कमी का रोना रोता है, फिर 50-60 लाख की संपत्ति को कूड़ेदान क्यों बना रहा है? 8 करोड़ रुपए का नया अभियान चलाने से पहले अपनी मौजूदा संपत्ति को बचाना क्यों नहीं सीख रहा? क्या यह सब नई गाड़ियां खरीदने के लिए कमीशन का खेल तो नहीं है? उन्होंने कहा कि पहले अपने संसाधनों को दुरुस्त करो, फिर नया प्रयोग करो. जनता की महनत के पैसे को इस तरह लापरवाही से बर्बाद करने का हक किसी को नहीं है.
जिम्मेदार अधिकारियों पर जांच की मांग
नेता प्रतिपक्ष ने मांग की है कि तत्काल इस गाड़ी को ठीक करवाया जाए. साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच बिठाई जाए.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें

