लखनऊ. मुंबई के विले पार्ले में स्थित एक 35 साल पुराने पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) द्वारा ध्वस्त किए जाने पर जैन समाज में आक्रोश फैल गया है. शनिवार को बड़ी संख्या में समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इसे लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशान साधा है. खासकर महाराष्ट्र सरकार को उन्होंने आड़े हाथों लिया है. X पर पोस्ट करते हुए अखिलेश ने इसे नकारात्मक राजनीति करार दिया.

अखिलेश ने लिखा कि ‘भाजपा सरकार के तहत मुंबई में तोड़े गए जैन मंदिर के विरोध में उमड़ा ये जैन समाज, देश में भाजपा सरकारों द्वारा अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के खिलाफ उफान पर आया वो क्रोध, रोष और आक्रोश है जिसका ज्वालामुखी बहुत दिनों से सुलग रहा था. आज ये तस्वीरें पूरी दुनिया में देखी जा रही हैं. भाजपा ने अपनी नकारात्मक राजनीति से हमारे देश की सहिष्णुता की स्वस्थ और स्वच्छ छवि बहुत धूमिल कर दी है.’
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उन्होंने आगे लिखा कि ‘सबसे बड़ा सवाल ये है कि आजादी के इतने सालों बाद आखिर भाजपा के शासन में ही और विशेषकर भाजपा शासित राज्यों में ही ऐसी घटनाएं क्यों घट रही हैं. जैन समाज कई बार सड़कों पर उतरने के लिए क्यों मजबूर हुआ है. ये विशाल जनाक्रोश बता रहा है कि अब भ्रष्ट भाजपा अपने अंतिम चरण में है. जैनियों के कार्यक्रम में प्रवचन देनेवाले भाजपाई अब कहां छुपकर बैठे हैं. पीडीए की एकता अब और पीड़ा नहीं सहेगी क्योंकि सवाल जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई, मुस्लिम, पारसी या अन्य किसी अल्पसंख्यक समाज का नहीं है, सवाल देश की 90% पीड़ित-उत्पीड़ित पीडीए आबादी का है.’
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