उत्तराखंड. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा अध्यक्ष रविवार को उत्तराखंड के हल्द्वानी दौरे पर पहुंचे. इस दौरान अखिलेश यादव ने जोशीमठ आपदा को लेकर राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं हुईं लेकिन सरकार ने उससे कोई सबक नहीं सीखा.
अखिलेश ने कहा मुनाफा कमाने के नाम पर सरकार पर्यावरणीय व्यवस्थाओं को दरकिनार करते हुए पहाड़ के लोगों की जान जोखिम में डालने पर लगी है. लंबे समय से स्थानीय, साइंटिस्ट और भू-वैज्ञानिक लगातार सरकार को संकेत दे रहे थे कि NTPC द्वारा बिजली पैदा करने के नाम पर पूरे पहाड़ को संकट में डाला जा रहा है. लेकिन यह सरकार केवल मुनाफा कमाने के बारे में सोचती है.
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अखिलेश यादव में कहा कि साल 2013 में केदारनाथ में जो घटना हुई थी, उसमें बड़ी संख्या में लोगों की जान गई. भारी जानमाल का नुकसान हुआ, लेकिन इन्होंने उससे भी कुछ नहीं सीखा. उन्होंने कहा कि सरकार ने पर्यावरण प्रभाव आंकलन रिपोर्ट का कोई ध्यान नहीं रखा. इस रिपोर्ट के तहत दिए गए सुझावों के बारे में सरकार, NTPC या वहां के ठेकेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया. ऐसे में लोगों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार क्या करेगी, ये एक बड़ा सवाल है.
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अखिलेश ने कहा उत्तराखंड के पहाड़ कच्चे हैं. चाहे सरकार कांग्रेस की रही हो या फिर वर्तमान में भाजपा की. इन सरकारों को साइंटिस्ट, भू-वैज्ञानिकों, एक्सपर्ट और वहां के लोगों ने और समय समय पर सरकारों को सावधान किया. इन लोगों ने कहा था कि जोशीमठ में इस तक का विकास कार्य नहीं होना चाहिए. जो विकास हो रहा है, खासकर एनटीपीसी की वजह से पहाड़ खोखले कर दिए गए.
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अखिलेश यादव ने कहा कि पुनर्वास के लिए आपदा पीड़ित लोगों को बाजार के कीमतों के मुताबिक मुआवजा दिया जाना चाहिए. पुनर्वास को लेकर एक बेहतर नीति बनाने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में भाजपा की सरकार है. ऐसे में लोगों की समस्याओं पर अगर ये ध्यान नहीं देंगे तो कौन देगा.
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