Akhurath Sankashti Chaturthi: पौष माह शुरू हो चुका है. 18 दिसंबर को आने वाली चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने की परंपरा है. इस दिन विघ्नहर्ता की पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि के साथ मानसिक शांति भी मिलती है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने और उन्हें गुड़ और दूर्वा चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर कर उन्हें सुखी और समृद्ध जीवन प्रदान करते हैं.
Akhurath Sankashti Chaturthi पर गणेश पूजा का महत्व
जैसा कि नाम से पता चलता है, संकष्टी का अर्थ है कठिनाई पर विजय पाने वाली. इस कारण से संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से दुखों और परेशानियों से मुक्ति का आशीर्वाद मिलता है. शास्त्रों में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा गया है. इनकी पूजा करने से मनुष्य के जीवन से कठिनाइयां और बाधाएं दूर हो जाती हैं. संकष्टी चतुर्थी के दिन जो व्यक्ति सच्चे मन से शिव पुत्र भगवान गणेश का ध्यान करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं और जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है.
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