बिलासपुर में मौसम में बदलाव का असर बच्चों की सेहत पर हो रहा है. छह माह से 10 साल तक के अधिकतर बच्चों में वायरल निमोनिया की पुष्टि हो रही है.

शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में रोज 550 बच्चे सर्दी, खांसी और तेज बुखार का इलाज कराने पहुंच रहे हैं. इनकी जांच होने के बाद 70 बच्चों को वायरल निमोनिया की पुष्टि हो रही है.

चिंता करने वाली बात ये है कि इनमें करीब 300 बच्चों को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आ रही है. हालांकि कुछ बच्चें दवाई से भी घर में ठीक हो रहे है. अच्छी बात ये है कि इससे किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है. इतना ही नहीं इन बच्चों में कोरोना के भी कोई लक्षण नहीं देखे गए है.

ये है वायरल निमोनिया के लक्षण

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तेज बुखार, खांसी, खांसी, श्वांस तेज चलना, पसली चलना अथवा पसली धसना निमोनिया के लक्षण हैं.

ऐसे रखे अपने बच्चों को इस वायरल निमोनिया से दूर

  •  घर के बाहर तेज धूप या तेज बारिश में जाने से बचाएं.
  •  पानी उबालकर पिलाएं.
  •  फास्ट फूड व जंक फूड खाने से बचाएं.
  •  सड़े गले या अधिक पके फल न खिलाएं.
  •  सत्तू, दलिया, उपमा, दूध-केले, थोड़ा दही, ओआरएस पावडर आदि दें.
  •  मच्छरों से बचाने के लिए पूरी बाह कपड़े व सोते समय मच्छरदानी लगाएं.
  •  बच्चे को पानी की कमी न होने दें.