बलरामपुर। बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत पाढ़ी के आश्रित ग्राम खटवा बरदर में चल रहे प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. योजना का बंदरबांट करने में सरपंच और सचिव कोई भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं. यह हाल उस गांव का है जिसे तात्कालिक कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन ने गोद लिया था.
बलरामपुर जिले में ग्राम पंचायत पाढी के आश्रित ग्राम खटवा बरदर में चल रहे प्रधानमंत्री आवास योजना का सरपंच और सचिव बंदरबांट करने में लगे हुए हैं.यह कहना है हितग्राही सुधन और मानिका का. इनकी माने तो यहां लगभग 81 आवास की स्वीकृति मिली है जिसमें लगभग दर्जनभर आवास बनकर तैयार भी हो गए हैं और बाकी का निर्माण कार्य चल रहा हैं. सरकार की मंशा थी कि हर ग्रामीण क्षेत्रों में आवासहीन व्यक्ति को पक्का मकान दिया जाए. जिसके लिए सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू किया है. योजना लागू भी हुई, योजना के क्रियान्वयन करने के लिए सरकार ने जिले स्तर पर तरह तरह के नियम भी बनाए लेकिन इस योजना के क्रियान्वयन मे लगे अधिकारी ही इन सारे नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं. सरपंच और सचिव के द्वारा हितग्राहियों को गलत जानकारी देकर पैसा उनके खाते से निकाल लिया गया है. यह मामला सिर्फ खटवा ब्रदर का ही नहीं पूरे जिले का है.
प्रधानमंत्री आवास योजना में चल रही गड़बड़ी के मामले का खुलासा तब हुआ जब ग्राम खटवा बरदर के एक हितग्रही का निर्माणाधीन छज्जा गिर गया. छज्जा गिरने से जन धन की हानि तो नहीं हुई, लेकिन सच्चाई का खुलासा हो गया. छज्जा गिरते ही इसकी सूचना जिला पंचायत सदस्य विनय सिंह पैकरा को मिली जिसके बाद विनय ने मौके पर पहुचकर हितग्राहियों से बात की तो उन्हें पता चला कि हितग्राही के आवास का निर्माण सरपंच और सचिव के द्वारा कराया जा रहा है. और गुणवत्ता के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. इस पूरे मामले की जानकारी विनय ने तत्काल जिला पंचायत सीईओ को दी गई. जिस पर सीईओ अमृत विकाश तोपनो जांच कर आगे की कार्रवाही किये जाने का आश्वासन दिया है.
इस घटना के बाद सवाल यह उठता है की जब प्रधानमंत्री आवास योजना का यह हाल तात्कालिक कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन के गोद लिये ग्राम का है, तो बाकी जगहों पर योजना की क्या स्थिति होगी.