रायपुर। देश के 13वें राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी का सोमवार शाम 84 साल की उम्र में निधन हो गया है. प्रणब मुखर्जी पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. उनके दिमाग में बने खून के थक्के को हटाने के लिए उनकी ब्रेन सर्जरी की गई थी, जिसके बाद से ही वो अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे. इस दौरान वो कोरोना संक्रमित भी पाए गए थे. उनके निधन की जानकारी बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर दी है. प्रणब मुखर्जी के निधन की खबर के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री समेत तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
With a Heavy Heart , this is to inform you that my father Shri #PranabMukherjee has just passed away inspite of the best efforts of Doctors of RR Hospital & prayers ,duas & prarthanas from people throughout India !
I thank all of You 🙏— Abhijit Mukherjee (@ABHIJIT_LS) August 31, 2020
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर लिखा कि प्रणब मुखर्जी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. उनका जाना एक युग का अंत है. प्रणब मुखर्जी ने देश की सेवा की, आज उनके जाने पर पूरा देश दुखी है.
पूर्व राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री प्रणब मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ।
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 31, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया. पीएम मोदी ने लिखा कि प्रणब मुखर्जी के निधन पर पूरा देश दुखी है, वह एक स्टेट्समैन थे. जिन्होंने राजनीतिक क्षेत्र और सामाजिक क्षेत्र के हर तबके की सेवा की है. प्रणब मुखर्जी ने अपने राजनीतिक करियर के दौरान आर्थिक और सामरिक क्षेत्र में योगदान दिया. वह एक शानदार सांसद थे, जो हमेशा पूरी तैयारी के साथ जवाब देते थे.
India grieves the passing away of Bharat Ratna Shri Pranab Mukherjee. He has left an indelible mark on the development trajectory of our nation. A scholar par excellence, a towering statesman, he was admired across the political spectrum and by all sections of society. pic.twitter.com/gz6rwQbxi6
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2020
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति के रूप में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जो देश की प्रगति में महत्वपूर्ण आधारस्तंभ बनें. वे एक कुशल प्रशासक और बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे. उन्होंने वित मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों में रहते हुए अपनी भूमिका का निर्वहन किया. उनके निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है और देश ने एक विद्वान व्यक्ति को खो दिया है. राज्यपाल ने उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है.
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने लिखा कि भारत रत्न प्रणब मुखर्जी एक शानदार नेता थे, जिन्होंने देश की सेवा की. प्रणब जी का राजनीतिक करियर पूरे देश के लिए गर्व की बात है. अमित शाह ने लिखा कि प्रणब मुखर्जी ने अपने जीवन में देश की सेवा की, उनके निधन के बाद देश के सार्वजनिक जीवन को बड़ी क्षति हुई है.
Pranab Da's life will always be cherished for his impeccable service and indelible contribution to our motherland. His demise has left a huge void in Indian polity. My sincerest condolences are with his family and followers on this irreparable loss. Om Shanti Shanti Shanti
— Amit Shah (@AmitShah) August 31, 2020
With great sadness, the nation receives the news of the unfortunate demise of our former President Shri Pranab Mukherjee.
I join the country in paying homage to him.
My deepest condolences to the bereaved family and friends. pic.twitter.com/zyouvsmb3V
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2020
It is with deep sorrow I write this. Bharat Ratna Pranab Mukherjee has left us. An era has ended. For decades he was a father figure. From my first win as MP, to being my senior Cabinet colleague, to his becoming President while I was CM…(1/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) August 31, 2020
वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जी के निधन का समाचार दुःखद है।
उनका जाना हम सबके लिए राष्ट्रीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। इस दुःख की घड़ी में हम सब उनके परिवारजनों के साथ हैं।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 31, 2020
भारत के पूर्व राष्ट्रपति मा. श्री प्रणब मुखर्जी के निधन के समाचार को सुनकर अत्यंत दु:ख हुआ।
आज मां भारती ने अपने एक गुणी और राष्ट्र के लिए समर्पित पुत्र को खो दिया।
ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।
ॐ शांति!— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 31, 2020
Deeply saddened at the demise of former President of India, Sh #PranabMukherjee. The nation has lost a great leader,thinker & statesman. His entire life was dedicated to service of the nation. My heartfelt condolences to his family,friends & supporters.May his soul rest in peace.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 31, 2020
Extremely sad to hear the sudden demise of Former President of India Shri #PranabMukherjee.
He was a phenomenal leader & a visionary thinker who received immense respect across all the political spectrum.
Heartfelt condolences to the family!
Om Shanti 🙏 pic.twitter.com/XWTTDdRkIr
— Tamradhwaj Sahu (@tamradhwajsahu0) August 31, 2020
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व राष्ट्रपति,भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन का समाचार दुःखद है. मुखर्जी के निधन से मन बेहद दुखी है, उनका जाना हम सबके लिए राष्ट्रीय क्षति है. पश्चिम बंगाल के प्रतिष्ठित राजनीतिक व्यक्तित्व थे. राजनीति में समाज सेवा के रास्ते उन्होंने अपनी राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान बनायी और केंद्रीय मंत्री से लेकर राष्ट्रपति होने तक गौरव उन्हें प्राप्त था. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. दुःख की इस घड़ी में हम सब उनके परिजनों के साथ हैं.
स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के आकस्मिक निधन का समाचार सुनकर अत्यंत दुख हुआ. वह एक अभूतपूर्व नेता और एक दूरदर्शी विचारक थे, जिन्हें सभी राजनीतिक पार्टियों में अपार सम्मान मिला. मंत्री साय ने विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए मृत आत्मा की शान्ति की कामना की. भगवान इस दुःख के घड़ी उनके परिजनों को शक्ति दे.
पू्र्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी जी के निधन की खबर आघात पहुंचाने वाली है। उनका पूरा जीवन मां भारती की सेवा करते हुए गुजरा।
ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिजनों को धैर्य प्रदान करें।
!!विनम्र श्रद्धांजलि!!
— Dr Raman Singh (@drramansingh) August 31, 2020
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने एक कुशल प्रशासक, योग्य और मुखर राजनेता के तौर पर राजनीतिक जीवन की ऊँचाई को स्पर्श किया. एक संकटमोचक के रूप में उनकी तमाम कोशिशों ने सफलता के प्रतिमान गढ़े और राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने देश के स्वाभिमान को विश्व मंच में ऊंचाइयों तक पहुँचाया. साय ने कहा कि स्व. मुखर्जी सच्चे अर्थों में भारत रत्न थे. उनका देहावसान हम सबके लिए हृदयविदारक है. परमपिता परमेश्वर से उनकी आत्मा की चिरशांति और उनके परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की.
राज्यसभा सांसद डॉ. सरोज पांडेय ने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति और प्रखर राजनेता प्रणब मुखर्जी का निधन इस देश और देश की संसदीय राजनीति के लिए एक अपूरणीय छति है. प्रणब मुखर्जी के साथ राजनीति का एक युग समाप्त हो गया है. अनुभवी, कुशल व दूरदर्शी राजनीतिज्ञ के अलावा प्रणव दा विद्वान, संवेदनशील एवं जनप्रिय नेता थे. प्रणब दा का संपूर्ण जीवन देश और देश के विकास और उन्नति को समर्पित रहा. वह एक ऐसे राजनेता थे जो दलगत राजनीति से ऊपर थे तथा जिन्हें देश के सभी वर्गों का सम्मान प्राप्त था.
मेरे स्वर्गीय पिता @ajitjogi_cg जी के गुरु और भारत रत्न @CitiznMukherjee जी के निधन से मेरा पूरा परिवार स्तब्ध है।मम्मी &मैंने व्यक्तिगत तौर पर अपने पिछले ४ दशक का मार्गदर्शक खो दिया है। @abhijeetmk भैया& @Sharmistha_GK दीदी को परमपिता परमेश्वर इस दुःख को सहने का साहस दे।ॐ शांति pic.twitter.com/lQ2Cl99OQl
— Amit Ajit Jogi (@amitjogi) August 31, 2020
बता दें कि 1 दिसंबर 1935 को पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले के मिराती गांव में जन्मे प्रणब मुखर्जी ने 1969 में कांग्रेस के जरिए सियासत की दुनिया में कदम रखा. उसी साल वह राज्यसभा के लिए चुने गए. उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के भरोसेमंद सहयोगियों में गिना जाता था. उसके अलावा वह 1975, 1981, 1993 और 1999 में राज्य सभा के लिए चुने गए. इसके अलावा वह 2004 और 2009 में पश्चिम बंगाल की जंगीपुर सीट से 2 बार लोकसभा के लिए भी चुने गए. वो 23 सालों तक कांग्रेस वर्किंग कमिटी के सदस्य भी रहे.