आधुनिक जीवनशैली और खानपान की वजह से आज के समय में लोग तमाम बीमारियों से जूझ रहे हैं. पेट और पाचन से जुड़ी समस्याएं असंतुलित खानपान और जीवनशैली की वजह से लोगों में हो रही हैं. खानपान में गड़बड़ी की वजह से पेट और पाचन पर बुरा असर पड़ता है जिसकी वजह से आपको कई अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं. भागदौड़ भरी जिंदगी और कामकाज के चक्कर में लोग सेहत पर ध्यान देना भूल जाते हैं. लेकिन आप इन समस्याओं को योग के अभ्यास से दूर कर सकते हैं. रोजाना योग का अभ्यास आपके शरीर को स्वस्थ और फिट रखने में बहुत फायदेमंद माना जाता है. ऐसे ही एक योगासन है नौकासन योग.

नौकासन का अभ्यास शरीर के लिए कई मायनों में उपयोगी माना जाता है इसके अभ्यास से आपके पेट की चर्बी कम होती है और रीढ़ की हड्डी को भी मजबूती मिलती है. आइये जानते हैं इस आसन को करने की विधि और सावधानियाँ. Read More – अस्पताल के बेड पर लेटे हुए गाया ‘अल्लाह के बंदे’, लंबी बीमारी के बाद मशहूर सिंगर ने तोड़ा दम, इमोशनल हुए सिंगर …

ऐसे करें नौकासन योग

  1. नौकासन का अभ्यास करने के लिए आप समतल जगह पर योगा मैट के सहारे बैठ जाएं.
  2. अब अपनी टांगो को सामने की तरफ फैलाएं. इसके बाद अपने दोनों हाथों को पीछे की तरफ ले जाकर हिप्स से थोड़ा पीछे जमीन पर रखें.
  3. अब अपने शरीर को थोड़ा ऊपर की तरफ उठाने की कोशिश करें. इस दौरान ध्यान रहे आपकी रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी होनी चाहिए.
  4. अब धीरे-धीरे सांस को बाहर की तरफ छोड़ते हुए पैरों को जमीन से 45 डिग्री तक उठाएं.
  5. अब अपने शरीर को नाव की मुद्रा में लेने की कोशिश करते हुए हिप्स और नाभि को पास लेकर आएं. अब अपने बट और टेलबोन पर बैठें.
  6. इसके बाद अपने टखनों को उठाकर आंख के सीधाई में लेकर जाएं. सामान्य गति से साँस लेते हुए नाव या V के आकर में लगभग 10 से 20 सेकंड तक रहें. इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए सामान्य मुद्रा में आएं. Read More – नाश्ते में पालक पराठा खाना होगा परफेक्ट फूड डिश, दिन की शुरुआत करें हेल्दी …

नौकासन योग करने के फायदे

  1. यह आसन पीठ और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है.
  2. पैर और हाथ की मांसपेशियों को टोन करने के लिए नौकासन योग best है.
  3. हर्निया वाले लोगों को इस योग से लाभ मिल सकता है, डॉक्टर की सलाह पर ही इसका अभ्यास करें.
  4. यह योगासन पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है.
  5. पाचन में सुधार करने के साथ लिवर, अग्न्याशय और फेफड़ों के कार्य को बेहतर करने में भी इस आसन के लाभ हैं.
  6. किडनी, थायरॉयड और प्रोस्टेट ग्रंथियों के लिए भी इस योग के अभ्यास को फायदेमंद पाया गया है.
  7. नौकासन या बोट पोज का अभ्यास रीढ़ की हड्डी के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसका अभ्यास करने से आपकी रीढ़ की हड्डियां मजबूत होती हैं.
  8. नौकासन या बोट पोज का अभ्यास डायबिटीज की समस्या में बहुत फायदेमंद माना जाता है. इसके नियमित रूप से अभ्यास से आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है.

सावधानियां

योग विशेषज्ञ कहते हैं, कुछ प्रकार की शारीरिक समस्याओं में नौकासन योग का अभ्यास नहीं करना चाहिए. यदि आपको लो ब्लड प्रेशर, गंभीर सिरदर्द या माइग्रेन रहता है या फिर हाल के दिनों में रीढ़ की हड्डी की किसी भी समस्या से परेशान रहे हैं तो इस योग को न करें. अस्थमा और हृदय रोगियों को भी इस मुद्रा से बचने की सलाह दी जाती है. महिलाओं को गर्भावस्था और मासिक धर्म के दिनों में इस योग को न करने की सलाह दी जाती है.