कोलकाता. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि गुजरात चुनाव ने साबित कर दिया है कि बीजेपी-आरएसएस की सांप्रदायिक राजनीति को हराने के लिए धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताकतों का एक व्यापक मंच बनाए जाने की ज़रूरत है, जो वैकल्पिक नीतियां पेश करे. उन्होंने कहा कि नव उदारवार और सांप्रदायिक हमले से केवल वैकल्पिक नीतियां ही लड़ सकती हैं.

येचुरी ने कहा कि  लड़ाई नीतियों के बीच होना चाहिए. राजनेताओं के बीच नहीं. येचुरी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि हम एक वैकल्पिक नीति के ढांचे से ही  लड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि वैकल्पिक नीतियां ही लेफ्ट पार्टियों की ताकत है. उन्होंने कहा कि इस चुनाव ने दिखा दिया है कि वैकल्पिक नीतियों के साथ धर्मनिरपेक्ष ताकतों का एक व्यापक मंच बनाए जाने की आवश्यकता है. येचुरी कांग्रेस और दूसरी धर्मनिरपेक्ष ताकतों के साथ जाने के हिमायती हैं.