भरत ठाकुर, बिलासपुर. जिस गुटबाजी और भितरघात के चलते पिछले डेढ़ दशक से कांग्रेस राज्य सत्ता से दूर है, वह गुटबाजी अब सत्तारूढ भाजपा में भी दिखाई देने लगी है. वर्षों से सत्तासुख भोग रहे जो नेता नये लोगों को पैर पसारने का मौका ही नहीं दे रहे, ऐसे नेताओं के खिलाफ भाजपा में ही बगावत की बिगुल फूंक दिया गया है.

बिलासपुर से लगातार चार बार जीत का परचम लहराने वाले मंत्री अमर अग्रवाल के खिलाफ एक के बाद एक तीन भाजपाइयों ने बगावत का झंडा खड़ा कर दिया है. इनमें भाजपा महिला मोर्चे की मंडल उपाध्यक्ष, बेटी बचाओ आंदोलन की प्रमुख किरण सिंह, पेंड्रा के वरिष्ठ भाजपा नेता पूरन छाबरिया और शिक्षाविद् मनीष राय शामिल हैं. इन नेताओं की माने तो मौजूदा विधायक और मंत्री के कामकाज से शहर की जनता संतुष्ट नहीं है, इतने लम्बे समय से शहर की जनता ने मंत्री पर भरोसा जताया है, इसके बाद भी जनता को निराशा हाथ लगा है.

अब हमें मौका दिया जाए

बगावत का स्वर बुलंद कर रहे इन नेताओं का कहना है कि मंत्री को लेकर जनता में आक्रोश होने के बाद भी उन्हें पार्टी ने इतना मौका दिया है, अब हमें मौका दिया जाए. महिला मोर्चा की मंडल उपाध्यक्ष व बेटी बचाओ अभियान किरण सिंह का मानना है कि इस बार महिला को बिलासपुर सीट से मौका मिलना चाहिए. स्थिति को देखते हुए लग रहा है कि पार्टी अमर अग्रवाल को टिकट देती है, तो उन्हें बगावत का दंश झेलना पड़ सकता है.