रायपुर। नागरिकता बिल की आग में जल रहे असम की राजधानी गुवाहाटी में फंसे संस्कृति मंत्री अमरजीत सिंह भगत गुरुवार को पुलिस की मदद से आखिरकार होटल से बाहर निकल पाए. बुधवार से होटल में फंसे भगत होटल से निकाले जाने के बाद असम के प्रसिद्ध कामख्या देवी के दर्शन किए, जिसके बाद रायपुर के लिए रवाना हुए.

बता दें कि अमरजीत भगत को मुख्यमंत्री सरबनंदा सोनोवाल को रायपुर में होने वाले आदिवासी महोत्सव का न्यौता देने के लिए असम गए थे, लेकिन नागरिकता बिल की वजह से असम में फैली अराजकता की वजह से वे गुवाहटी में होटल से ही बाहर नहीं निकल पा रहे थे. भगत जहां नेशनल हाइवे स्थित रेडिशन होटल में ठहरे थे, वहीं राज्य शासन के अधिकारी गीतानगर के आईआर लग्जिरियस में ठहरे थे.

मंत्री-अधिकारी 9 दिसंबर को सिक्किम और असम के मुख्यमंत्रियों को आदिवासी महोत्सव का न्यौता देने गए थे. सिक्किम के गैंगटोक से ये मंगलवार रात पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी पहुंचे थे. वहां से गुवाहाटी पहुंचे. जहां एयरपोर्ट से होटल पहुंचते-पहुंचते गुवाहाटी में आगजनी शुरु हो गई थी.

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