दिल्ली. श्री अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू होगी। पिछले साल की तुलना में 14 दिन की कटौती के साथ इस साल यात्रा 46 दिन की होगी। यात्रा 15 अगस्त श्रावण पूर्णिमा (रक्षा बंधन) के दिन संपन्न होगी।

राज्यपाल सत्यपाल मलिक की अध्यक्षता में हुई श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की 36वीं बैठक हुई। इस मौके पर श्रीश्री रविशंकर कमेटी की सिफारिशों पर यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अहम फैसले लिए गए। यात्रा अवधि के दौरान प्रतिदिन पारंपरिक पहलगाम-चंदनबाड़ी और बालटाल ट्रैक से 7500-7500 यात्रियों को जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा पंजतरणी हेलीकॉप्टर सेवा श्रद्धालु सीधी यात्रा कर सकते हैं।

बोर्ड के सीईओ उमंग नरुला को तय समय में राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को सूचना देकर अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र के लिए मान्यता प्राप्त डाक्टरों-मेडिकल संस्थानों की जानकारी सार्वजनिक करने के निर्देश दिए गए। इस जानकारी को बोर्ड की वेबसाइट पर डाला जाएगा।

श्राइन बोर्ड यात्रा के मद्देनजर स्वास्थ्य संबंधी सलाह और अन्य जानकारियों के लिए देश भर में प्रचार प्रसार अभियान विभिन्न माध्यमों से शुरू करेगा। पंजीकरण तिथि और रूट स्तर पर ही यात्रियों को यात्रा के लिए इजाजत दी जाएगी। बोर्ड की ओर से पायलट स्तर पर सीमित नंबरों की आनलाइन पंजीकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।