अद्भुत मंदिर : सूरत समेत दक्षिण गुजरात में एक हजार आठ शिवलिंग वाले श्रीऋण मुक्तेश्वर पंचदेवालय में इन दिनों श्रद्धालुओं की खासी भीड़ देखने को मिल रही है. सूरत के निकट पलसाना तहसील स्थित ऐना ग्राम पंचायत प्रदेशभर में अपनी विलासिता और भव्यता के लिए जाना-माना नाम है. यहां के अधिकतर लोग एनआरआई है. जो अमेरिका, कनाडा में रहते हैं. जहां लोग कर्ज के बोझ से दबे शिवभक्त आराधना के लिए आते है. यही वजह है कि इस मंदिर को ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर कहा जाता है.
अप्रवासी भारतीयों की बहुतायत वाले ऐना गांव के ठीक मध्य में ऐना गांव मंदिर ट्रस्ट संचालित एक हजार आठ शिवलिंग वाले श्रीऋण मुक्तेश्वर पंचदेवालय की स्थापना सवा दो सौ वर्ष पहले वड़ोदरा के महाराजा गोविंदराव गायकवाड़ ने की थी और इस अनूठे शिवालय का कुछ वर्षों पहले ही ऐना गांव के अमेरिका में स्थायी हुए अप्रवासियों ने नवीनीकरण करवाया है. श्रीऋण मुक्तेश्वर पंचदेवालय में एक हजार आठ शिवलिंग वाले साढ़े आठ फीट ऊंचा शिवलिंग श्रावण मास में सैकड़ों श्रद्धालुओं की श्रद्धाभक्ति व आस्था का केंद्र इन दिनों बना हुआ है. श्रावण मास में श्रीऋण मुक्तेश्वर पंचदेवालय में श्रद्धालुओं के आने का क्रम लगातार जारी है और यहां पर नियमित श्रीरुद्र यज्ञ होता है.
इस गांव की कुछ अन्य विशेषता
गुजरात का एक गांव ‘एना’ सभी एनआरआईज़ को आईना दिखा रहा है. एना गाँव अवश्य है, परंतु इसके विकास की तसवीर देख कर आपके मुँह से सहसा ही निकल आएगा कि यह तो किसी स्मार्ट सिटी या महानगर से तनिक भी कमतर नहीं है. एना गांव की इस स्मार्टनेस का रहस्य है इस गांव से विदेशों में जाकर बसे लोग.
एना गांव के एनआरआईज़ के लिए उनका गांव आज भी सर्वोच्च प्राथमिकता है. 4700 लोगों की जनसंख्या वाले इस गांव के 2500 से अधिक लोग विदेशों में रहते है. परंतु विदेशों में जाकर सुख-सुविधा सम्पन्न बनने के पश्चात् भी वे अपनी माटी को नहीं भूले, जिसका परिणाम यह है कि एना गांव आज गुजरात का सबसे विकसित-समृद्ध गांव है. एना गांव में नवरात्रि महोत्सव के दौरान प्रति वर्ष इस गांव के एनआरआई अवश्य गांव में आते हैं. गांव में प्रतिदिन दो से तीन बार रास्तों की सफाई की जाती है. गांव के विकास में एनआरआई का विशेष योगदान है. हर साल लाखों-करोड़ों रुपए गांव के विकास में खर्च करते हैं.
Threads App पर lalluram.com को फॉलो करने के लिए https://www.threads.net/@lalluramnews इस लिंक पर क्लिक करें, ताकि आपको देश दुनिया की पल-पल की खबरें मिलती रहेंगी.
छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें