दीपक ताम्रकार, मंडला। मां बनना किसी भी महिला के लिए एक खुशी का मौका होता है, लेकिन मंडला के घुघरी जनपद क्षेत्र में बदहाल सरकारी सिस्टम ने एक महिला से मां बनने की खुशी छीन ली। सड़क नहीं होने से एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी। गर्भवती को खाट पर लेटाकर परिजन और 108 के कर्मचारी तीन किलोमीटर पैदल चलकर एंबुलेंस तक लाए और फिर अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। बच्चे की पेट में ही मौत हो चुकी थी। हालांकि महिला को बचा लिया गया।

दरअसल, बहराटोला गांव में गर्भवती महिला सुनिया मरकाम की डिलेवरी की सूचना पर 108 एंबुलेंस कर्मी ईएमटी राजेश, पायलट कोमल और योगेंद्र राजपूत पहुंचे तो मरीज के घर तक बदहाल कच्चा मार्ग था। जिसके चलते एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाई। कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मदद से महिला को बिना देर किए खाट में लिटाकर करीब तीन किलोमीटर तक पैदल चलकर एंबुलेंस तक लाए और फिर तत्काल तबलपानी उपस्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां हालत बिगड़ने पर महिला को जिला चिकित्सालय फिर जबलपुर रेफर कर दिया गया। जहां महिला ने मृत बच्चे को जन्म दिया।

बता दें कि घुघरी विकास खंड के ग्राम बहराटोला जो पहाड़ी इलाका है वहां अब तक ग्रेवाल सड़त नहीं बन पाई है, जिससे यह हालत देखने को मिल। पूरा घटनाक्रम कल का है जिसका वीडियो आज सामने आया है।

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