अमृतांशी जोशी, भोपाल। बाल संरक्षण गृह में आहार को लेकर मध्यप्रदेश सरकार का बड़ा फैसला सामने आया है। बाल संरक्षण गृह में अब चिकन और अंडा नहीं परोसा जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग ने आहार सूची से अंडा और चिकन को हटा दिया है।

महिला एवं बाल विकास विभाग ने किशोर न्याय नियम में संशोधन किया है। बीमार होने, वजन बढ़ाने या अन्य कारण होने पर डॉक्टर की सलाह पर गैर शाकाहारी (अंडा और चिकन) भोजन दिया जाएगा। मूंगफली, गुड, पनीर सप्ताह में प्रोटीन के लिए दिया जाएगा। बाल संरक्षण गृहों में गैर शाकाहारी भोजन परोसने को लेकर बड़ा विवाद हुआ था।

हिंदू संगठनों ने भोजन (अंडा और चिकन) को लेकर आपत्ति जताई थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी पहले आदेश को लेकर मनाही कर दी थी। गृहमंत्री ने बयान दिया था कि एमपी में इस तरह के भोजन नहीं दिए जाएंगे। विभाग ने गैर शाकाहारी देव शब्द को भी आपत्तिजनक मानते हुए हटा दिया है।

Read More: ‘आप’ महापौर की नहीं सुनते निगम के अधिकारी! रानी अग्रवाल का आरोप- प्रदेश सरकार के दबाव में अफसर, 3 महीने से फाइल लेकर काट रही हूं चक्कर

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus