विप्लव गुप्ता,पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र और पूर्व मरवाही विधायक अमित जोगी की जाति मामले में मुश्किलें बढ़ती जा रही है. आज जिला स्तरीय छानबीन समिति ने अमित जोगी को अपना पक्ष रखने के लिए 10 जुलाई को तलब किया है.

भाजपा नेत्री समीरा पैकरा ने 16 जून को आदिम जाति मंत्रालय और कलेक्टर गौरेला पेण्ड्रा मरवाही के समक्ष लिखित शिकायत करते हुए अमित जोगी के जाति प्रमाण पत्र को अविलंब रद्द करने की मांग की थी. शिकायत में 2019 में हाई पावर कमेटी जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के जाति प्रमाण पत्र को रद्द करने का निर्णय लिया गया था. साथ ही अमित जोगी के जन्म स्थान को लेकर की गई एफआईआर का भी जिक्र करते हुए कहा गया था कि नियमों की अनदेखी और दस्तावेजों की जांच किए बिना ही अमित जोगी को जाति प्रमाण पत्र 2 दिन में जारी कर दिया गया था.

इस आवेदन के बाद अमित जोगी की जाति प्रमाण पत्र की जांच के लिए जिला स्तरीय छान बीन समिति गठित की गई है. 10 जुलाई को अमित जोगी को समिति के सामने पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है. आने वाले दिनों में मरवाही उपचुनाव होना तय है और अमित जोगी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस से मरवाही विधानसभा के प्रत्याशी के रूप में घोषित हो चुके है. अभी इस मामले का फिर से सामने आना अमित जोगी की मुश्किलें और बढ़ा रहा है.