रायपुर. नेता प्रतिपक्ष द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को दल-बदल कानून के तहत तीन विधायकों की सदस्यता खत्म करने की 50 पन्ने की चिठ्ठी को मरवाही विधायक अमित जोगी ने हास्यपद बताया और नेता प्रतिपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, बाबाजी ! चुनाव है कल और आप आज लेके बैठे हैं दल- बदल.

सदस्यता खत्म करने की चिट्ठी एक वर्ष या दो वर्ष पूर्व लिखी जानी चाहिए थी. चुनाव के चार महीने पहले वो भी आखरी सत्र में चिट्ठी लिखना केवल स्वयं की विफलता की खीझ उतारना है और कुछ नही.

जोगी ने कहा कि दरअसल ये कांग्रेस पार्टी का चुनाव पूर्व नर्वसनेस है. 50 पन्ने की चिट्ठी खीझ और बौखलाहट को दर्शाती है. पिछले दो वर्षों से कांग्रेस ने भाजपा के संग मिलकर हर संभव प्रयास किया तीनों विधायकों को रोकने का लेकिन पूरी तरह असफल रहे. जनहित के हर मुद्दे को हम तीनों विधायकों ने जमकर उठाया. हमने सीजी की बात की और कांग्रेस केवल तीन वर्षों से सीडी बजा रही है.

बता दे कि सत्र के पहले दिन कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल से तीन विधायकों के खिलाफ शिकायत की है. कांग्रेस ने मरवाही विधायक अमित जोगी, बिल्हा विधायक सियाराम कौशिक और गुंडरदेही विधायक आरके राय की सदस्यता समाप्त करने की मांग की थी.

नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल को शिकायत करते हुए लिखा है कि इन तीनों विधायक की गतिविधि पार्टी विरोधी है. जिसके आधार पर इनकी सदस्यता समाप्त की जाए. सिंहदेव ने इन तीनों विधायकों की पार्टी विरोधी गतिविधियों के संपूर्ण दस्तावेज विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा. इस मामले में अब विधानसभा अध्यक्ष को निर्णय लेना है.