रायपुर. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जान पर खतरा मंडरा रहा है. सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में शाह की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी, जिसमें उनकी जान को खतरा बताया गया है. सूत्रों के मुताबिक, आईबी से मिली रिपोर्ट के बाद गृह मंत्रालय ने अमित शाह की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है.

फिलहाल अमित शाह को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. उन्हें इस श्रेणी की सुरक्षा 2014 में मोदी सरकार के आने के तुरंत बाद दी गई थी. इस श्रेणी में वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा में कुल 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं, जिसमें 10 एनएसजी और एसपीजी कमांडो और बाकी पुलिस दल के लोग शामिल होते हैं.  सूत्रों के मुताबिक, अब अमित शाह की सुरक्षा बढ़ाकर  जेड प्लस प्लस कर दी गई है. गृह मंत्रालय ने इस संबंध में सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर सूचित किया है.   दरअसल, इस साल मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर अमित शाह लगातार अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं. इसी बीच आईबी ने शाह पर खतरे का अंदेशा जताया है, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है.

क्या होती है जेड प्लस, जेड या वाई कैटगरी की सुरक्षा, जानिए- किसमें कितने सुरक्षाकर्मी?

भारत में नेताओं, अधिकारियों या किसी शख्स की सुरक्षा खतरों को देखते हुए उन्हें सरकार और पुलिस द्वारा सुरक्षा मुहैया कराई जाती है. खतरों को देखते हुए ही जेड प्लस, जेड, वाई या एक्स कैटगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया जाता है. इस तरह की सुरक्षा पाने वाले अधिकांश लोग केंद्र सरकार के मंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्री, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के न्यायाधीश, मशहूर राजनेता और कुछ सीनियर ब्यूरोक्रेट्स होते हैं. भारत में फिलहाल करीब 450 लोगों को इस तरह का सुरक्षा कवच मिला हुआ है. इनमें से 15 को जेड प्लस कैटगरी की सुरक्षा मिली हुई है.

किस कैटगरी में कितने सुरक्षाकर्मी?

जेड प्लस कैटगरी में 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं. इनमें 10 एनएसजी और एसपीजी कमांडो होते हैं और शेष पुलिस दल के लोग होते हैं. यह सुरक्षा वीवीआईपीज को मिली होती है. सुरक्षा के पहले घेरे की जिम्मेदारी एनएसजी की होती है, जबकि दूसरे लेयर में एसपीजी के अधिकारी होते हैं. इनके अलावा आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान भी सुरक्षा में तैनात होते हैं.

जेड प्लस कैटगरी की सुरक्षा के तहत प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्रियों को एसपीजी कमांडो सुरक्षा कवच प्रदान करते हैं.जेड कैटगरी में 22 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं. इनमें दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा में तैनात होते हैं. जेड कैटगरी सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति को एक एस्कॉर्ट कार भी मिली होती है.वाई कैटगरी में 11 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं जिनमें दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफीसर्स (पीएसओ) शामिल होते हैं.एक्स कैटगरी में मात्र 2 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं जिनमें एक पीएसओ शामिल होता है.