शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर, सागर और जबलपुर के अस्पतालों में भी ब्लैक फंगस के मरीजों को एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन दिए जाने के बाद 70 से ज्यादा मरीजों की हालत बिगड़ गई. मरीजों में बुखार, उल्टी, सिर चकराने और ठंड से कांपने के लक्षण नजर आने के बाद प्रशासन ने एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए जांच की मांग की है.

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कमलनाथ ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है. साथ ही सरकार इस ओर ध्यान दे व इसका उपयोग रोकने के निर्देश जारी करे. उन्होंने कहा कि सरकार इसमें लगने वाले आवश्यक इंजेक्शनों की आपूर्ति बढ़ाने के प्रयास युद्ध स्तर पर करे, क्योंकि अभी भी बड़ी संख्या में मरीज परेशान होकर भटक रहे हैं.

वहीं अधिकारियों ने बताया कि तीन अस्पतालों में एंफोटेरिसिन-बी के इंजेक्शन लगाने के बाद मरीजों की हालत बिगड़ गई. जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से आपूर्ति किए गए इंजेक्शन का स्टॉक वापस कर दिया गया है.

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बता दें कि 7 हजार रुपए की कीमत के ब्लैक फंगस के इस इंजेक्शन को हिमाचल के बद्दी में एफी फॉर्मा ने 300 रुपए की कीमत में मध्यप्रदेश को दिए गए थे. एक हजार इंजेक्शन मेडिकल कॉलेज जबलपुर को मिले थे. इन इंजेक्शनों को लगाने के बाद ही मरीजों की हालत बिगड़ी है.

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