कुशीनगर. मनरेगा योजना जो गांव में जरूरतमंद मनरेगा मनरेगा श्रमिकों को रोजगार देने के लिए सरकार तमाम परियोजना चालू कर उस पर मनरेगा श्रमिकों को रोजगार देने का रास्ता बनाए हैं, लेकिन गांव में बन रहे मानसरोवर योजना जिसमें पोखरे की खुदाई कर उसे सुंदरीकरण करना है. जिसमें मनरेगा मजदूरों द्वारा श्रम की व्यवस्था है, लेकिन आपको बताते चलें कि रामकोला विकास खंण्ड के ग्राम पंचायत धुआ टीकर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अमृत सरोवर के अन्तर्गत पश्चिमी पोखरे की खुदाई का कार्य करवाया जा रहा है, लेकिन यह सिर्फ कागजी आंकड़ों में ही खुदाई दिखाई दे रहा है.

5-07-2022 से 11-07-2022 तक मास्टरोल में रोजाना 130 मजदूर लगे हैं दश सेट मस्टररोल निकाला गया, लेकिन न तो वहां कार्यस्थल पर डिस्पले बोर्ड लगा हैं, न तो परियोजना का कोई विवरण हैं और ना ही मौके पर कोई मनरेगा मजदूर काम करते मिलें. सूत्रो की मानें तो जिम्मेदार अधिकारी ने तो मौके पर देखने-सुनने जाते और न ही मौके पर कोई मनरेगा मजदूर ही काम करते हैं. केवल कागजों में फर्जी मजदूर दिखा भुगतान करा लिया जाता है. कुल मिलाकर कर देखा जाए तो यह मनरेगा योजना पूरी तरह भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ता नजर आ रहा है.

इस संबंध में जब विकास खंड के जिम्मेदार अधिकारियों से संपर्क करनें का प्रयास किया गया. लेकिन मोबाइल रिसीव नहीं हुआ. अब देखना यह है कि इस पर क्या कार्रवाई होती है या इसी तरह यह योजना कागजी आंकड़ों में मनरेगा मजदूर काम करते रहते.