CERT-In ने एंड्रॉयड के अलावा गूगल क्रोम के यूजर्स के लिए भी चेतावनी जारी की है. क्रोम को लेकर भी Cert-In ने कहा है कि ब्राउजर में एक बग के कारण हैकर फोन को रिमोटली ले सकते हैं और यूजर्स की परमिशन के बिना ही उसके फोन को ऑपरेट कर सकते हैं. पिछले महीने जोकर मैलवेयर भी वापस आया था. इस बार जोकर मैलवेयर ने उन कैटेगरी के एप को इसने शिकार बनाया है जिन्हें पिछले साल बैन कर दिया गया था. जैसे- कैम स्कैनर.
पिछले साल जुलाई में सिक्योरिटी एजेंसी चेक प्वाइंट ने जोकर ड्रोपर (Joker Dropper) और प्रीमियम डायलर (Premium Dialer) स्पाइवेयर का पता लगाया था. इस बार Quick Heal सिक्योरिटी लैब ने इसकी जानकारी दी है. क्विक हील ने आठ ऐसे मोबाइल एप्स का पता लगाया है, जो प्ले-स्टोर पर मौजूद हैं और उनमें यह Joker मैलवेयर मौजूद हैं.
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