अभिषेक सेमर, तखतपुर. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम लगातार लेटर पोस्ट कर रहे हैं. अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर कर पिछले 1 एक महीनों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लगातार हड़ताल कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं को 48 घंटो के भीतर काम पर वापस लौटने का अल्टीमेटम दिया गया है. साथ ही ऐसा नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात कही गई है.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती तब तक ये लड़ाई जारी रहेगी. बता दें कि इस हड़ताल से रेडी टू इट योजना प्रभावित प्रभावित हो रही है. हितग्राहियों को पोषण अभियान का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहयिकाओ ने सोमवार को पिछले 36 दिनों से चल रही इस लड़ाई को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने और न्यूनतम वेतन दिलाए जाने की मांग की है. सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और सहयिकाएं पोस्ट ऑफिस के सामने धरने जैसा माहौल बनाकर बैठी रहीं.

बता दें कि 23 जनवरी से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं अपनी मांगो को लेकर लगातार हड़ताल पर हैं. शासन स्तर पर संवाद नहीं होने से हड़ताल 36 दिनों से जारी है.

बीच में शासन ने संघ के प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों से बातचीत कर हड़ताल खत्म कराने की ओर पहल की थी, लेकिन बात नहीं बनी. अब शासन ने बिगड़ती व्यवस्था को देखते हुए हड़ताली कार्यकर्ताओं को 48 घंटे का अल्टीमेटम देकर हड़ताल खत्म कर कार्य पर वापसी के लिए कहा है.