बिलासपुर. शासकीय स्कूल की एक प्राचार्या पर स्कूल के फर्नीचर को तोड़कर कबाड़ में बेचने के आरोप लग रहे हैं. यह आरोप पंचायत और शाला समिति के सदस्यों ने लगाया है. इन सदस्यों का कहना है कि स्कूल की प्राचार्या ने इन फर्नीचर को बेचने के लिए बिलासपुर से कबाड़ी को बुलाया है.
हम बात कर रहे हैं मस्तूरी क्षेत्र दर्रीघाट स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की. जहां आज स्कूल परिसर में छात्रों के बैठने वाली कुर्सी टेबल टूटी फूटी स्थिति में बिखरी पड़ी. जिसे एक कबाड़ी द्वारा खरीदा जा रहा था. यह कबाड़ी बिलासपुर का बताया जा रहा है.
इस बात की भनक जैसे ही पंचायत और शाला समिति के सदस्यों को लगी तो वे भी स्कूल पहुंच गये और उन्होंने प्राचार्या को स्कूल का फर्नीचर बेचने से रोकने की कोशिश की लेकिन प्राचार्य इन सदस्यों पर ही भड़क उठी.
पालकों का कहना है कि फर्नीचर की कमी होने पर वर्तमान में छात्रों को काफी परेशानी हो रही है. जिससे उनकी शिक्षा पर प्रभाव पड़ रहा है. पालकों व छात्रों द्वारा नये टेबल कुर्सी लाने के लिए कई बार शााला के शिक्षकों को कहा गया लेकिन अब तक स्कूल में पर्याप्त मात्रा में कुर्सी टेबल की व्यवस्था नहीं की गई है. उल्टा स्कूल के बचे खुचे कुर्सी टेबल को यहां की प्रचार्या द्वारा बेचा जा रहा है.
शाला समिति सदस्यों का कहना है कि शासकीय सामान को बेचा जाना छात्रहित में नहीं है परंतु प्राचार्या मंडल द्वारा मनमानी कर छात्रहित से खिलवाड़ किया जा रहा है. जिसका उनके द्वारा विरोध किया जा रहा है. शाला समिति के सदस्यों ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि इस मामले की जांच कर तत्काल कार्रवाई की जाये. वहीं प्रचार्या से जब इस बारे में मीडिया ने बात की तो वे मामले से पल्ला झाड़ती नजर आई.