कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। जिस तरह की कहानी फिल्मों में देखी जाती है, कुछ वैसी ही कहानी मध्य प्रदेश के ग्वालियर में देखने मिली है। जी हां कहानी पूरी फिल्मी है…साल 2018 में अपने पिता की डांट से नाराज होकर एक 16 साल का नाबालिग घर छोड़ चला गया और अब 2024 में वो अपने परिवार के बीच जब पहुंचा तो कहानी पूरी फिल्मी हो गई। परिवार की आंखों में खुशी के आंसू तो मां-बेटे के चेहरे पर मानो नई चमक आ गई। भला खुशी रुक भी कैसे सकती है, 6 साल बाद गुमशुदा बेटा जो लौटा।

मां ने 6 साल बाद बेटे को लगाया गले

दसवीं की पढ़ाई कर पिता की डांट फटकार से नाराज होकर 16 साल का नाबालिक 6 साल बाद रियल स्टेट कंपनी में लाखों रुपए कमाता मिला। इस बीच में कभी होटल पर काम किया तो कभी पान की दुकान पर कई शहर बदलते हुए पढ़ाई भी पूरी की। आखिरकार मुंबई जाकर वह ठहर जाता है। जी हां स्टोरी किसी फिल्म से कम नहीं है, लेकिन यह किस्सा ग्वालियर शहर के एक युवक से जुड़ा हुआ है। 2018 में शहर के गदाईपूरा से गुमशुदा आशु राजपूत को पुलिस ने 6 साल बाद मुंबई में खोज निकाला और उसे परिवार से मिला दिया 6 साल बाद अपने बेटे को देखकर मां फफक कर रो पड़ी और अपने बेटे को सीने से लगा लिया।

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पिता की डांट से छोड़ा था घर

आशु राजपूत 20 सितंबर 2018 को अपने पिता की डांट से नाराज होकर बिना बताए घर से चला गया था। घर वालों ने पहले बेटे को खोजा और जब नहीं मिला तो उसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज करवाई। पुलिस ने युवक की खोज शुरू की, बीते दिनों मुंबई में सिम खरीदने पर जब उसका आईडी कार्ड उपयोग में आया तो पुलिस ने युवक की लोकेशन ट्रेस कर उसे खोज निकाला और ग्वालियर वापस लेकर आई।

इन शहरों में किया संघर्ष

पुलिस ने जब इस दौरान उसके जीवन से जुड़ी जानकारी ली तो उसने बताया कि इस दौरान वह तीन शहरों में रहा। घर से भागकर वह सबसे पहले कानपुर गया। वहां उसने 6 से 7 महीने होटल में काम किया। फिर 4 महीने नोएडा में होटल में काम किया और वहां जब मन नहीं लगा तो युवक ने सीधे मुंबई का रास्ता पकड़ा और 2019 में मुंबई के अंधेरी वेस्ट पहुंचा। जहां शुरुआत में पान की दुकान पर काम किया। फिर एक होटल में काम करने लगा।

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पढ़ाई को लेकर ही होता था घर में विवाद, आज लाखों की करता है कमाई

इसके बाद कॉल सेंटर और अंत में रियल स्टेट में काम करने लगा। आशु ने जब घर छोड़ा था, तब दसवीं पास था। लेकिन अब वह बीएससी ग्रेजुएट हो चुका है उसने अपने गुजारे के लिए जहां काम किया तो वहीं अपनी पढ़ाई को भी पूरा किया। इन 6 सालों में उसने पहले 12वीं और फिर बीएससी की पढ़ाई पूरी की। घर में आशु का विवाद पढ़ाई को लेकर ही होता था। वह कोचिंग नहीं जाता था पढ़ाई नहीं करता था। जिसके चलते उसके पिता उसे डांटते थे, लेकिन अब आशु लाखों रुपए महीने कमाता है और बीएससी ग्रेजुएट भी हो गया।

पुलिस ने घोषित किया था इनाम

आपको बता दें की आशु के लापता होने के बाद भी जब कोई सूचना नहीं मिल रही थी तब सूचना देने वाले को 10000 हजार का इनाम दिए जाने की घोषणा हुई थी। 4 जनवरी 2020 में ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक ने आशु राजपूत की जानकारी देने पर इनाम देने की आधिकारिक घोषणा जारी की थी। तब से लगातार पुलिस आशु को खोजने में लगी हुई थी, लेकिन अब आशु अपने परिवार के बीच है और लाखों रुपए भी कमाता है, साथ ही ग्रेजुएट भी हो चुका है। यही वजह है कि यह पूरी रियल लाइफ की कहानी रील लाइफ जैसी लग रही है। इसलिए लोग कह रहे है कि कहानी पूरी फिल्मी है।

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