भोपाल. केंद्र की मोदी सरकार की मंशा के विपरीत मध्यप्रदेश सरकार ने आयकर छापों के बावजूद भी सांवरिया ग्रुप के अनिल अग्रवाल को मध्यप्रदेश रत्न अवार्ड प्रदान किया है.
भोपाल में हुए एक समारोह के दौरान यह पुरस्कार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के हाथों दिया गया है. इसको लेकर अब चर्चा गर्म है कि जब अवार्डी पर आयकर छापे पड़ चुके है, तो आखिर किस आधार पर यह चयन किया गया है.
गौरतलब है कि साल 2015 में सांवरिया ग्रुप के इटारसी स्थित निवास, प्लांट, मंडीदीप, बैतूल व हरदा स्थित प्लांट, विदिशा स्थित गोदाम, समूह के भोपाल के दोनों ऑफिस में भी आयकर विभाग ने छापा मारा था. इस छापे के दौरान बड़ी कर चोरी, बेनाम संपत्ति और विदेशों में धन का पता लगाया चला था.