रामकुमार यादव, अंबिकापुर। सरगुजा जिले के पशु मालिकों को अब सेक्सड सोरटेड सीमेन की सुविधा मिलेगी. जिले के पशुधन विकास विभाग ने कृत्रिम गर्भाधान के क्षेत्र में नावचार किया है. इस सेक्सड सोरटेड सीमेन (SSS) के उपयोग से 95 प्रतिशत बछिया होने की संभावना रहती है, जो पशु मालिकों की आय में वृद्धि में सहायक होगी.
पूर्व में जिस सीमेन का उपयोग किया जा रहा था उसमें बछिया या बछवा होने के संभावना 50-50 प्रतिशत हुआ करती थी. लेकिन सरगुजा कलेक्टर संजीव झा के निर्देशन में जिले के पशुधन विभाग ने उत्तराखंड के ऋषिकेष से सेक्सड सोरटेड सीमेन मंगाया है, जिसका उपयोग अब कृत्रिम गर्भाधान में किया जा रहा है. नर बैल के पैदा होने से किसान उसे चारा खिलाकर परेशान रहते हैं. अब SSS तकनीक से गाय की कृत्रिम गर्भाधान के बाद बछिया होने से दूध व्यवसाय को काफी लाभ मिलेगा.
पशु चिकित्सक डॉ सीके मिश्रा ने बताया कि SSS को उत्तराखंड से लाया गया है, जो स्वदेशी नस्ल का सीमेन है. इसकी कीमत 660 रुपए है, जिससे हितग्राहियों को 165 रुपए लेकर यह कृत्रिम गर्भाधान किया जा रहा है, जिसे अब तक अंबिकापुर सरगुजा में 20 से 25 गायों पर इस्तेमाल किया जा चुका है, जिसके परिणाम अच्छे देखने को मिल रहे हैं. अभी गिर और रेड सिंधी नस्ल का सेक्सड सोरटेड सीमेन उपलब्ध है जिसका उपयोग गाय में किया जा रहा है.