सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने लोकपाल गठित करने की मांग को लेकर महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (30 जनवरी) पर अपने गांव रालेगण सिद्धी में अनशन पर बैठने का ऐलान किया है. वहीं, लोकपाल सर्च कमेटी ने नई दिल्ली में लोकपाल के सदस्यों की नियुक्ति को लेकर पहली बैठक की गई है.
मुंबई. लोकपाल के सदस्यों की नियुक्ति को लेकर अचानक से सरगर्मी बढ़ गई है. समाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धी में अनशन पर बैठने की घोषणा की है. दूसरी तरफ, मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद लोकपाल के चयन को लेकर नई दिल्ली में सर्च कमेटी की पहली बैठक हुई. अधिकारियों ने बताया कि भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल के सदस्यों को चुनने के लिए गठित आठ सदस्यीय सर्च पैनल ने मंगलवार को अपनी पहली बैठक की.
पीटीआई के अनुसार, इस कमेटी की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई द्वारा की गई. समझा जाता है कि समिति ने लोकपाल के प्रमुख और सदस्यों की नियुक्तियों से संबंधित तौर-तरीकों पर चर्चा हुई. बता दें कि लगभग चार महीने पहले मोदी सरकार द्वारा इसका गठन किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली चयन समिति द्वारा लोकपाल के अध्यक्ष और सदस्यों के रूप में नियुक्ति के लिए विचार किए जा सकने वाले नामों के पैनल को भेजने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सर्च कमेटी के लिए फरवरी-अंत तक की समय सीमा तय की है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीमा तय करने के कुछ दिनों बाद यह बैठक की गई.