रायपुर। प्रदेश में जिस कोरोना का संक्रमण जिस तेज रफ्तार से बढ़ रहा है, उससे आने वाले सप्ताह में ही कोरोना का आंकड़ा 1 लाख के पार पहुंचने की संभावना है। कोरोना की इस रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश के कई जिलों ने लॉक डाउन की घोषणा कर दी है तो किसी का लॉक डाउन का आज अंतिम दिन था।

कोरोना से प्रदेश के सर्वाधिक संक्रमित जिलों में सबसे ऊपर राजधानी रायपुर पहले नंबर पर है। यहां कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 26119 है। जिसमें कि 16664 डिस्चार्ज हो चुके हैं और 9154 एक्टिव केस हैं। जबकि अब तक 301 मरीजों की यहां मौत हो चुकी है। राजधानी में मरीजों की मौत समेत सभी आंकड़े प्रदेश में सर्वाधिक है। राजधानी के पीछे-पीछे चल रहे दुर्ग जिले में भी आंकड़े चौंकाने वाले हैं, यहां भी मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या के मद्देनजर जिला कलेक्टर ने 20 से 30 सितंबर तक 10 दिनों के टोटल लॉक डाउन की घोषणा कर दी है। वहीं राजनांदगांव जिले ने संक्रमण को काबू में करने के लिए पहले ही लॉक डाउन लगा दिया था। इसके साथ ही बालोद जिले ने भी 22 से 30 सितंबर तक लॉक डाउन लगाने की घोषणा कर दी है। हालांकि इन जिलों में कोरोना के आंकड़े राजधानी रायपुर से कई गुना कम हैं। बावजूद इन जिलों ने संक्रमण की चैन तोड़ने अपने यहां लॉक डाउन लगा रहे हैं।

लॉक डाउन की घोषणा करने वाले बालोद में सिर्फ 1 मौत

अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो स्टेट मेडिकल बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में दूसरे नंबर पर मौजूद दुर्ग जिले में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 7766 है, जिसमें होम आइसोलेशन को मिलाकर 3346 ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में 4364 एक्टिव मरीज हैं, यहां 61 मरीजों की मौत हो चुकी है। तीसरे नंबर राजनांदगांव जिला है यहां 6340 कुल संक्रमित हैं, जिसमें 3073 स्वस्थ हो चुके हैं। यहां 3234 एक्टिव केस हैं जबकि 33 लोगों ने दम तोड़ दिया। वहीं बालोद जिले पर अगर नजर डालें तो यहां अऩ्य जिलों की तुलना में संक्रमण बेहद कम है। यहां 1489 कुल संक्रमित हैं, जिनमें 787 स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 701 एक्टिव केस हैं और यहां अब तक 1 मरीज की ही मौत हुई है।

अब इसके बाद राजधानी रायपुर में लॉक डाउन लगाने का दबाव बढ़ते जा रहा है। माना जा रहा है कि जल्दी ही जिला कलेक्टर इसकी घोषणा कर सकते हैं। राजधानी रायपुर के अलावा बिलासपुर सहित अन्य जिले भी कोरोना संक्रमण की इस चैन को तोड़ने कदम उठा सकते हैं।

राजधानी में बेकाबू होते संक्रमण को देखते हुए लॉक डाउन की सुगबुगाहट शुरु हो गई है। लॉक डाउन को लेकर दो दिन पहले चेम्बर ऑफ कॉमर्स की बैठक एक निजी होटल में हुई थी, जहां व्यापारियों के बीच इसे लेकर रायशुमारी हुई। जिसमें व्यापारी दो खेमे में बंटे हुए नजर आए। एक खेमा लॉक डाउन के पक्ष में था वहीं दूसरा इसका समर्थन कर रहा है।

फिलहाल गेंद अब जिला कलेक्टर भारती दासन के पाले पर है। देखना है कलेक्टर लॉक डाउन को लेकर कितनी जल्दी फैसला लेते हैं कि जिले में इसे लगाया जाएगा या फिर नहीं।