खुर्दा: देश की सबसे बड़ी खारे पानी की झील चिल्का में वार्षिक पक्षी गणना 4 जनवरी को की जाएगी. इस विशाल अभ्यास में वन्यजीव कर्मियों के अलावा विभिन्न संगठनों के कई विशेषज्ञ शामिल होंगे. चिल्का डीएफओ ने कहा कि वन विभाग की 21 टीमें 5 रेंजों- चिल्का, बालूगांव, टांगी, रंभा और सातपड़ा में गिनती के काम में लगेंगी.

पर्यटकों के आने से जनगणना के सुचारू संचालन पर असर पड़ सकता है. झील में पक्षियों की गिनती के बाद पर्यटकों के प्रवेश पर लगी रोक हटा दी जाएगी.

कैस्पियन सागर, बैकाल झील, रूस के दूरदराज के हिस्सों, मध्य और दक्षिण पूर्व एशिया, लद्दाख और हिमालय सहित दूर-दराज के स्थानों से मेहमान हर सर्दियों में भोजन करने और आराम करने के लिए झील पर आते हैं. वे गर्मियों की शुरुआत के साथ अपनी घर की यात्रा शुरू करते हैं.