एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है. माना जाता है इस दिन भगवान विष्णु का व्रत करने से और उनकी पूजा करने से सभी पापों का नाश हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. अपरा एकादशी का व्रत इस साल 2 दिन है. एक दिन गृहस्थ जनों के लिए है और दूसरा दिन वैष्णव के लिए व्रत होगा. अपरा एकादशी का पूजा मुहूर्त, पारण समय और महत्व क्या है?

कब शुरू होगी एकादशी तिथि

वैदिक पंचांग के अनुसार, आज के लिए आवश्यक ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी तिथि 2 जून रविवार को प्रात: 05:04 एएम से शुरू होगी और यह 3 जून सोमवार को 02:41 एएम पर खत्म होगी. उदयातिथि के आधार पर एकादशी का व्रत 2 जून को होगा, लेकिन हरि वासर 3 जून को 08:05 ए एम पर सूर्योदय के बाद हो रहा है. ऐसे में अपरा एकादशी का व्रत दो दिन रखा जाएगा. Read More – शादी करने जा रहे Abdu Rozik, वीडियो शेयर कर फैंस को दी खुशखबरी …

सौभाग्य योग का भी निर्माण होग

गृहस्थजन के लिए अपरा एकादशी व्रत – 2 जून, रविवार कोवैष्णवजन के लिए एकादशी व्रत – 3 जून, सोमवार को जो लोग 2 जून को अपरा एकादशी का व्रत रखेंगे, वे आयुष्मान योग में भगवान त्रिविक्रम की पूजा करें. उस दिन आप सूर्योदय 05:23 ए एम से लेकर 12:12 पी एम के बीच एकादशी की पूजा कर सकते हैं. वहीं जो लोग 3 जून को अपरा एकादशी का व्रत रखेंगे, वे सूर्योदय बाद से सौभाग्य योग में भगवान त्रिविक्रम की पूजा करें. भगवान त्रिविक्रम श्रीहरि विष्णु के वामन अवतार को कहते हैं. Read More – Juhi Chawla ने दिया Shahrukh khan का हेल्थ अपडेट, कहा – IPL के फाइनल मैच जरूर आएंगे वो …

पारण समय

गृहस्थजन अपरा एकादशी व्रत के पारण का समय 3 जून को सुबह 08:05 ए एम से 08:10 ए एम के बीच है. इस समय में आपको पारण करके व्रत पूरा कर लेना चाहिए. वहीं वैष्णवजन व्रत का पारण 4 जून को 05:23 ए एम से 08:10 ए एम के बीच कर सकते हैं.