कर्ण मिश्र, ग्वालियर। चंबल नदी से अवैध रेत उत्खनन करने वालाें के खिलाफ मुहिम चलाने के कारण सुर्खियाें में रहीं राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य देवरी मुरैना की अधीक्षक श्रद्धा पंढारे के समर्थन में क्षेत्र की जनता के साथ वन विभाग के लाेग भी सामने आ गए हैं. उनके समर्थन में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (एपीसीसीएफ) शशि मलिक ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में कहा कि अच्छे काम करने वालाें का इस तरह तबादला करना व्यथित करने वाला है. इससे रेत माफिया के हौसले बुलंद होंगे.

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दरअसल 3 महीने 2 दिन पहले एसडीओ की जिम्मेदारी संभालने वाली श्रद्धा ने चंबल में हाे रहे अवैध रेत खनन काे राेकने के लिए रेत माफिया के खिलाफ मुहिम चलाकर 89 वाहनों को वन अपराध में लिप्त होने पर पकड़ा था. कार्रवाई से बाैखलाए माफिया ने कई बार उन पर हमले भी किए, लेकिन उन्हाेंने मुहिम बंद नहीं की. इसके बावजूद हाल ही में शासन ने पंढरे का तबादला बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया कर दिया है.

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अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक शशि मलिक ने “रेत माफिया के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर वन विभाग ने अपनी मजबूत पकड़ बना ली थी. ऐसे में श्रद्धा पंढारे का इस तरह से तबादला करने का प्रतिकूल संदेश जाएगा, जाे किसी भी प्रकार से उचित नहीं कहा जा सकता है. यदि अच्छा कार्य करने के बदले में इनाम के ताैर पर दंडात्मक तरीके से किसी का तबादला होता है, तो इससे रेत माफिया के हाैसले बुलंद हाेंगे. विभाग में वन और वन्य प्राणियों के संरक्षण की जिम्मेदारी संभालने वालाें काे अपने काम में मुश्किल आएगी. इससे उनका मनाेबल भी गिरेगा.

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