अभिषेक सेमर, तखतपुर. एसडीएम कार्यालय से लगे हुए शासकीय पशु चिकित्सालय के डॉक्टरों की मनमानी बढ़ती जा रही है. यहां डॉक्टर सहित पूरा स्टाफ नदारद है. जिसके कारण पशुओं को इलाज के लिए लेकर पहुंच रहे लोग चिकित्सालय में ताला लटकता देख वापस लौट रहे हैं. लिहाजा सही समय में इलाज नहीं मिलने से पशुओं की मौत हो रही है. लंबे समय से शाम वाली ड्यूटी से डॉक्टर गयाब रहते हैं. जबकि चिकित्सालय को सुबह 7 बजे से 11 बजे तक और शाम 5 बजे से 6 बजे तक खोले रखने का निर्देश है.

ऐसे लापरवाह डॉक्टर और स्टाफ को अधिकारियों का भी खौफ नहीं रह गया है. इन सबके बीच समस्या ये भी है कि यदि कोई शख्स यहां आए और उसे ताला लटकता दिखे तो ऐसे में सूचना पटल में जिम्मेदारों का कॉन्टेक्ट नंबर भी कहीं नहीं लिखा है, जिससे किसी से फोन पर बात हो सके.

घंटो करना पड़ रहा इंतजार

ग्राम पंचायत ठकुरीकापा से कमल निषाद अपने पालतू कुत्ते को इलाज के लिए तखतपुर शासकीय पशु चिकित्सालय लेकर आया था. पशु चिकित्सालय बंद होने के कारण वो घंटो इलाज के लिए इंतजार करता रहा. उसने बताया कि उसके पालतू कुत्ते की ताबियत खराब है और वह इलाज कराने आया है. लेकिन अस्पताल में ताला लटकने से उसको काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इस संबंध में संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा जेएस तंवर से जानकारी लेने के लिए फोन लगाया गया. लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें