गरियाबंद. जिले में सड़क निर्माण कार्य में गड़बड़ी सामने आई है. वहीं इसका विरोध करने वाले गाम्रीण को खुश करने के लिए सरपंच और पंच पति के द्वारा गौठान को कांक्रीटीकरण कर चुप करवा दिया गया. साथ ही जब इसको कवर करने पत्रकार पहुंचे तो उन्हें पैसों का लालच दिया. इतना ही जब पत्रकार नहीं माने तो लड़ाई की. साथ ही सरपंच को उकसाकर झूठी शिकायत थाने में करवाई गई.

बता दें कि, ग्राम पंचायत अमाड़ में वार्ड क्रमांक 9 की महिला पंच का पति पारेश्वर नागेश महिला सरपंच को झांसे में लेकर पंचायत के सभी निर्माण कार्य को अवैधानिक रूप से करता है. जिला विकास मद से गली कांक्रीटीकरण के लिए 4 लाख की मंजूरी मिली थी. 3 दिन पहले काम शुरु किया गया, पंच पति जामगुरिया पारा से मजदूर बुलवाया, राजमिस्त्री का काम भी अपने रिश्तेदारों को देकर स्वयं खड़ा होकर काम करवा रहा है. तय मापदंड के मुताबिक सड़क की मोटाई 17 सेंटीमीटर होना था, पर ज्यादातर जगह इससे आधी मोटाई देकर मटेरियल बचाने की कोशिश हुई.पर्याप्त जगह होने के बावजूद सड़क की चौड़ाई 3.75मीटर से कम कर दिया. गुणवत्ताहीन सामग्री और मापदंड की अनदेखी देख ग्रामीण भड़क गए. भड़के ग्रामीणों से एक डमरू राम के कोठा( मवेशी रखने के स्थान ) को तत्काल ठेकेदार ने कांक्रीटीकरण करवा कर मुंह बंद करने की कोशिश की.

वहीं 115 मीटर लंबाई के लिए इंजीनियर ने जिन स्वीकृत स्थानों तक लेआउट दिया था वहां तक सड़क को बनाने के बजाए टुकड़े-टुकड़े में अन्यत्र जगह गली को ढलवाकर ग्रामीणों को संतुष्ट करने की कोशिश होती रही. मामले की भनक लगी तो पत्रकार कवर करने मौके पर पहुंच गए.भेद खुलने के डर से कथित ठेकेदार मौके पर ही पहले तो पैसे का ऑफर करता रहा, जब कवरेज करने की प्रक्रिया थमी नहीं तो माइक आईडी छीनकर पत्रकारों से झगड़ा भी किया. इतने से जी नही भरा तो महिला सरपंच को उकसाकर पैसे मांगने की झूठी शिकायत का आवेदन दिलाया. प्रेस क्लब देवभोग ने इसकी निंदा कर झूमा झटकी करने वाले कथित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर थाना प्रभारी बीएल साहू को ज्ञापन सौंपा है. थाना प्रभारी ने सब इंस्पेक्टर को जांच के निर्देश दिया है. सीसी सड़क निर्माण में अनियमितता को लेकर सीईओ एम एल मंडावी ने जांच टीम गठित कर जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात कही है.

7 साल पहले अस्तित्व में आने के बाद इस नए पंचायत अमाड़ और उसके आश्रित गांव के लोगों को ग्राम विकास की उम्मीद थी. कथित ठेकेदार पंच पति पारेश्वर बीसी के दखल से विकास कार्यों को ग्रहण लग गया है. बताया जा रहा है कि वार्ड 9 के लिए स्वीकृत सीसी सड़क का निर्माण कार्य पंच पति के हठ धर्मिता के चलते 2 साल से लटका हुआ है. प्राथमिक शाला के लिए पूर्व कार्यकाल में अहाता निर्माण के लिए 7 लाख की स्वीकृति हुई थी. वर्तमान सरपंच ने अहाता निर्माण के लिए 2 लाख आहरण कर लिया है.

ग्रामीणों का आरोप है कि महीनों पहले रुपये निकाल बंदरबांट कर लिया गया है, जिसके चलते मौके पर मटेरियल के नाम पर एक ढेला भी नहीं है. बताया जा रहा है कि 2019 में स्वीकृत पीएम आवास के 4 हितग्राहियों की पहली किश्त की राशि कथित ठेकेदार ने निकलवाकर अपने पास रख लिया है. पंचायत ने साल भर पहले गरीबों के पेंशन निकाल डकार लिया था. मामले में निलंबित की कार्रवाई केवल पंचायत सचिव पर हुई. बार-बार अनियमितता और गांव में हो रहे विवाद से नाराज ग्रामीण पंचायत के सभी जिम्मेदार पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.