Ardra Nakshatra Shubh Muhurat 2024 : महाशिवरात्रि के बाद सावन में आने वाली शिवरात्रि यानी आज को शिव जी की सबसे प्रिय शिवरात्रि मानी जाती है. इस बार सावन शिवरात्रि पर कई दुर्लभ योग बने हैं. करीब 19 साल बाद यानी साल 2005 के बाद इस साल सावन शिवरात्रि पर आर्द्रा नक्षत्र बन रहा है.  ऐसे में महादेव की पूजा करने से कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति होती है.

पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 2 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट पर शुरू हो रही है, जो अगले दिन शनिवार को 3 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर सम्मान होगी. इस दिन पूजा निशिता काल में की जाती है. 

शिवरात्रि के रात के समय निशिता काल में शिव पूजा, अभिषेक करने का विशेष महत्व है. इसलिए रात के समय स्नान आदि करने के बाद भोले बाबा की विधिवत पूजा करें. इसके साथ ही सावन शिवरात्रि व्रत कथा, शिव चालीसा, शिव मंत्र के साथ-साथ शिव के नामों का जाप विशेष फलदाई होता है. अंत में आरती के पश्चात भूल चूक के लिए माफी मांग लें.

सावन शिवरात्रि पर पूजा का शुभ मुहूर्त (Ardra Nakshatra Yog 2024)

  • प्रथम प्रहर पूजा समय– रात 7:11 से रात 09:49 तक रहेगा.
  • द्वितीय प्रहर पूजा समय – रात 9:49 से देर रात 12:27बजे तक रहेगा.
  • तृतीय प्रहर पूजा समय – देर रात 12:27 से 3:06 बजे तक रहेगा.
  • चतुर्थ प्रहर पूजा समय – 3 अगस्त की सुबह 3:06 से सुबह 05:44 बजे तक रहेगा.
  • सर्वार्थ सिद्धि योग – 2 अगस्त को सुबह 10 बजकर 59 मिनट से 3 अगस्त को सुबह 6 बजकर 2 मिनट तक.
  • ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 4 बजकर 31 मिनट से 5 बजकर 15 मिनट तक.
  • गोधूलि मुहूर्त – शाम 7 बजकर 8 मिनट से 8 बजकर 13 मिनट तक.
  • निशिता काल मुहूर्त – रात 12 बजकर 12 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक.
  • विजय मुहूर्त – दोपहर 2 बजकर 45 मिनट से 3 बजकर 37 मिनट तक रहेगा.