हींग हमारे किचन का एक ऐसा मसाला है, जिसकाएक छोंक लगते ही अड़ोस-पड़ोस सभी को पता चल जाता है कि आज कुछ स्पेशल बन रहा है. हां पर शर्त ये है की हींग असली होना चाहिए.सांभर, कढ़ी,राजमा, दाल में जब तक हींग का बघार न लगे इसका स्वाद मजा नहीं आता. मार्केट में वैसे तो कई ब्रांड के हींग मिल जाते हैं,पर समझ नहीं आता की कौन सा असली है और कौन सा नहीं.आज हम आपको कुछ ट्रिक बताएंगे जिससे आप आसानी से असली- नकली हींग की पहचान कर पाएंगे.साथ ही हींग खाने के फायदों के बारे में भी जानेंगे.

खुशबू और स्वाद है पहचान

हींग की पहचान करने का एक तरीका है उसके स्वाद से पता करना. इसके लिए आप हींग के एक टुकड़े को जीभ पर रखें. अगर हींग असली है तो आपको कड़वेपन का अहसास होगा. और साथ ही इसमें  तेज और महक भी आएगी. अगर ऐसा है तो समझ जाइए हींग असली है. नकली हींग की खुशबू ज्यादा नहीं होती है. इसे चेक करने के लिए एक और तरीका है कि हींग को हाथों पर रगड़े और फिर हाथों को साबून से धो लें. हाथ धोने के बाद भी खुशबू आ रही है, यानी हींग असली है.

जलाकर देखें

असली हींग को आग पर भी जलाकर देख सकते हैं. इसके लिए आपको हींग को सीधे आग पर जलाकर देखना होगा. अगर हींग को जलाने पर चमकीला पदार्थ निकले तो समझ जाइए हींग असली है, नकली हींग में आग का रंग नहीं बदलेगा.

इसके अलावा नकली हींग की पहचान घी में डालकर भी की जा सकती है. घी में हींग डालने से यह फूल जाता है और इसका रंग भी निकल जाता है.

नकली हींग में क्या-क्या होता है?

मिलावटी हींग में आटा, साबुन, क्ले, चूना और पत्थर का चूरा मिलाया जाता है. नकली हींग खाने से पाचन तंत्र में समस्याएं हो सकती हैं. नकली हींग, गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के लिए बेहद नुकसानदायक होती है.

हींग खाने के फायदे

हींग खाने के स्वाद को तो बढ़ाता ही है साथ ही ये हमारी body के लिए बहुत फायदेमंद भी होता है. हींग में कई पोषक तत्व होते हैं, जैसे विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स.हींग खाने से पाचन में सुधार होता है. इसके साथ ही हींग अस्थमा की बीमारी में भी फायदेमंद होती है. अगर सर्दी-खांसी होने पर इसका सेवन किया जाए तो सर्दी जल्दी ठीक हो जाती है.