दंतेवाड़ा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज ग्राम जावंगा में राज्य सरकार द्वारा विकसित एजुकेशन सिटी का दौरा किया. इस परिसर का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया गया है. राष्ट्रपति कोविंद मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ वहां पहुंचे.कोविंद ने वहां दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित सक्षम, आवासीय विद्यालय में बच्चों से मुलाकात की. उन्होंने बच्चों को अपने हाथों से लड्डू बांटे तथा विद्यालय के बच्चों के साथ फोटो खिंचवाई. इस मौके पर राष्ट्रपति कोविंद की धर्मपत्नी सविता कोविंद, स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप, वन मंत्री महेश गागड़ा सहित अन्य अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.

स्कूल की छात्रा जयंती पेगड़ ने कोविंद का स्वागत करते हुए, उन्हें पूरे परिसर का भ्रमण कराया. कोविंद सबसे पहले फिजियोथेरेपी कक्ष में गए. वहां एक्सरसाइज कर रहे बच्चों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना। उन्होंने दृष्टि बाधित बच्चों को म्यूजिकल उपकरण देने एवं बच्चों को कबड्डी किट देने भी कहा। इस दौरान उन्होंने आवासीय परिसर में बच्चों के शयन एवं भोजन कक्ष का अवलोकन किया.

राष्ट्रपति ने श्रवण बाधित, दृष्टि बाधित और स्पीच थेरेपी कक्ष का भी अवलोकन किया।    दृष्टिबाधित बालिका कुमारी कोमला ने भारत के मानचित्र को स्पर्श कर दिल्ली, छत्तीसगढ़ एवं पड़ोसी राज्यों के नाम बताए। भूमेश ने श्रवण बाधित बच्चों की पढ़ाई संबंधी जानकारी के लिए राष्ट्रपति को हेडफोन लगाने का आग्रह किया। बच्चों के आग्रह पर कोविंद ने हेडफोन लगाया। उन्होंने दंतेवाड़ा में दिव्यांग बच्चों के सशक्तिकरण के लिए किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। कोविंद ने दृष्टि बाधित बच्चों के ब्रेल लाइब्रेरी का अवलोकन किया। इस मौके पर बच्चों ने ब्रेल लिपि में लिखा पत्र राष्ट्रपति कोविंद को सौंपा।