रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी में पिता, पत्नी, साली सहित सात लोगों की हत्या कर फरार होने वाले कुकुरबेड़ा के सीरियल किलर अरुण चंद्राकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रायपुर के मौहबाबाजार ब्रिज के नीचे से सरस्वती पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आरोपी अरुण चंद्राकर 3 फरवरी को अपनी बेटी की बर्थडे मनाने आया था. और महाराष्ट्र के गोंदिया और कई इलाकों में साधु बनकर फरारी काट रहा था. दरअसल 1 मई 2018 को आरोपी दुर्ग ले जाते समय पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था.

मामले को लेकर प्रेसकांफ्रेस करते हुए एसपी नीतू कमल ने बताया कि सरस्वती नगर थाने के एक आरक्षक सियाराम गुज्जर ने इस मामले में अच्छी भूमिका निभाई. अरुण चंद्राकर छुपने का प्रयास किया लेकिन सफल नही हुआ. वह मई में फरार होने के बाद भिखारी बन गया था. मंदिर के बाहर भीख मांगता था. भीख से पैसे मिलता था उसे बच्ची के लिए समान भेजता था. उसका बच्ची से ज्यादा अटेचमेंट था.अरुण चंद्राकर महाराष्ट्र के क्षेत्र में ज्यादा रहा है. कल भी 27000 हजार और बच्ची के लिए समान लेकर आया था. समान रिकवर किया गया है. आज भी बच्ची के जन्मदिन को लेकर आया था. एसपी ने बताया कि अरुण चंद्राकर नवंबर में भी बेटी को नवरात्रि का सामान देने आया था लेकिन उस दौरान पुलिस उसे नही पकड़ पाई थी.

ऐसे हुआ था मामले का खुलासा

मामला जनवरी 2012 में कुकुरबेड़ा से एक बच्ची की गुमशुदगी की जांच के दौरान उजागर हुआ था. पुलिस ने इस मामले में अरुण चंद्राकर को अरेस्ट किया था और उसी की निशानदेही पर अलग-अलग जगहों से दफनाए गए शवों के कंकाल जब्त किए थे. तीन हत्याओं का आरोप साबित होने पर कोर्ट ने आरोपी अरुण को पत्नी लीली चंद्राकर, साली पुष्पाद देवांगन और मकान मालिक बहादुर सिंह की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.

सीरियल किलर अरुण चंद्राकर के खिलाफ सरस्वती नगर में 3, आमानाका में 3 और दुर्ग के नंदनी थाना में 1 हत्या का मामला दर्ज है. रायपुर के सभी 6 मामलों में आजीवन कारावास की सजा हो चुकी थी. लेकिन 1 मई 2018 को दुर्ग कोर्ट में पेशी के लिए ले जाते समय पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था.

निठारी हत्याकांड से हुआ था प्रभावित

यह सीरियल किलर नोएडा के निठारी हत्याकांड से प्रभावित था और अकसर उसी से संबंधित न्यूज टीवी पर देखता रहता था. उसे जिस पर भी शक होता था यह उसे ही मौत के घाट उतार देता था. उसे लगता था कि जब किसी को शव ही नहीं मिलेगा तो उसे कोई पकड़ेगा भी नहीं. यह बात उसने पुलिस को दिए बयान में कही थी. आरोपी ने कई लोगों को बेहोशी की हालत में जिंदा ही दफना दिया था. उसने अपने पिता को ट्रेन से धक्का दे दिया था. आरोपी ने अपने पिता, पत्नी, साली सहित कुल 7 लोगों की हत्या कर दी थी.