अमृतसर. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की चुनावी हार के लगभग एक महीने बाद पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राष्ट्रीय राजधानी से बाहर जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, केजरीवाल मंगलवार से पंजाब में 10 दिन के विपश्यना सत्र में शामिल होंगे।

‘आप’ सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल मंगलवार को विपश्यना सत्र के लिए होशियारपुर जाएंगे और 5 मार्च से 15 मार्च तक वहां एक केंद्र में रहेंगे। दिसंबर 2023 में भी उन्होंने होशियारपुर के आनंदगढ़ स्थित धम्म धाम विपश्यना केंद्र में 10 दिन का शिविर किया था।

पहले भी आ चुके हैं केजरीवाल

इससे पहले, वह आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन का सामना करने यहां आए थे। 5 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से हारने के बाद, केजरीवाल ने खुद को पार्टी की गतिविधियों तक सीमित कर लिया और सार्वजनिक रूप से कम नजर आए।

क्या है विपश्यना ध्यान?

दरअसल, विपश्यना एक प्राचीन ध्यान तकनीक है, जिसे गौतम बुद्ध ने 2500 साल पहले विकसित किया था। यानी ये बौद्ध धर्म की सबसे पुरानी ध्यान पद्धतियों में से एक है। वहीं, ये ध्यान आत्म-अवलोकन यानी Self-Observation पर आधारित है, जिसमें व्यक्ति अपने शारीरिक संवेदनाओं (Sensations) को ध्यानपूर्वक देखता है और उन्हें स्वीकार करने का अभ्यास करता है। आसान भाषा में कहें, तो विपश्यना ध्यान मन को शुद्ध करने, मानसिक शांति प्राप्त करने और आत्म-जागरूकता बढ़ाने में मदद करता है।

दिल्ली में मिली थी हार

आम आदमी पार्टी, जो 2015 से 2024 तक दिल्ली में सत्ता में थी, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में 70 में से सिर्फ 22 सीटें जीत पाई। भाजपा ने 48 सीटें जीतकर केजरीवाल की पार्टी के दबदबे को खत्म कर दिया। आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता, जिनमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, सत्येंद्र जैन और सोमनाथ भारती शामिल हैं, चुनाव हार गए।

लग रहे हैं कई कयास

दिल्ली चुनाव के बाद यह केजरीवाल का पहला दौरा है, ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह संजीव अरोड़ा की खाली हो रही राज्यसभा सीट से सांसद बन सकते हैं। कांग्रेस और भाजपा इसे केजरीवाल को राज्यसभा भेजने की रणनीति बता रही हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया कि केजरीवाल पंजाब से राज्यसभा जा सकते हैं। कहा जा रहा है कि दिल्ली में हार के बाद, वह अब पंजाब में पार्टी की कमान संभालना चाहते हैं।