शिव कुमार मिश्र/ अरवल। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर मंगलवार को अरवल अनुमंडल कार्यालय में नामांकन प्रक्रिया के दौरान सियासी माहौल गर्म दिखा। महागठबंधन की ओर से भाकपा (माले) प्रत्याशी महानंद सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान भाकपा (माले) और महागठबंधन के समर्थकों की भारी भीड़ अनुमंडल कार्यालय के बाहर उमड़ी रही। जैसे ही महानंद सिंह नामांकन कर बाहर निकले समर्थकों ने उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया और लाल सलाम के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं में जीत के प्रति जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। महानंद सिंह ने कहा कि इस बार जनता के भरोसे जीत तय है और विधानसभा क्षेत्र में अधूरे कार्यों को प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा।

निर्दलीय विकास कुमार ने भी भरा पर्चा

वहीं भूमि सुधार उपसमाहर्ता के समक्ष कुर्था विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी विकास कुमार ने भी नामांकन दाखिल किया। उन्होंने सादगी से एक समर्थक के साथ जाकर पर्चा भरा और जनता के आशीर्वाद से जीत का भरोसा जताया।

भाजपा ने किया प्रत्याशी का ऐलान

इधर अरवल सीट को लेकर एनडीए की ओर से भाजपा ने अपने प्रत्याशी के नाम की औपचारिक घोषणा कर दी। पार्टी ने गोह के पूर्व विधायक मनोज शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले यह सीट चिराग पासवान की पार्टी के खाते में थी जिस पर सुनील यादव तैयारी में जुटे थे। लेकिन सीट बदलने के फैसले के बाद सुनील यादव के समर्थक नाराज नजर आए।

सुरक्षा व्यवस्था रही सख्त

नामांकन के दौरान पूरे अनुमंडल परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। अनुमंडल कार्यालय के मुख्य मार्ग पर पहला ड्रॉप गेट लगाया गया जहां प्रत्याशी के साथ सिर्फ तीन गाड़ियों को अंदर जाने की अनुमति थी। इसके बाद परिसर में दूसरा ड्रॉप गेट बनाया गया जहां दंडाधिकारी और बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात थे। समर्थकों को वहीं रोक दिया गया और सिर्फ प्रत्याशियों को अंदर प्रवेश की अनुमति दी गई। नामांकन प्रक्रिया शांति और सख्त निगरानी के बीच पूरी हुई। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि अरवल की सियासत में जनता किसे चुनती है लाल झंडे के सिपाही को या कमल के दावेदार को।