सदफ हामिद, भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार की चिंताएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. प्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के बाद अब आशा कार्यकर्ताओं ने शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार को कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी हैं.
हाल ही में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल अभी खत्म हुई नहीं थी कि अब प्रदेश भर आशा कार्यकर्ताएं सरकार के खिलाफ लामबंद होने जा रही हैं. मप्र आशा, उषा सहयोगिनी कार्यकर्ता संगठन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर आंदोलन की चेतावनी दी है. ये कार्यकर्ताएं कल यानी 21 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकती हैं.
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बता दें कि प्रदेश की 80 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता हड़ताल पर जाने की तैयारी है. जिसका असर 21 जून को होने वाले वैक्सीनेशन अभियान पर भी पड़ सकता है. कल से ही वैक्सीनेशन महाअभियान की शुरुवात होने जा रही है. जिससे सरकार की परेशानियां बढ़ सकती हैं.
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ये उनकी मांगे
- आशा सहयोगी को 30 दिन का पूरा भुगतान किया जाए.
- आशा सहयोगी का पेट्रोल भत्ता बढ़ाया जाए.
- आशा एवं सहयोगी कर्मचारी को शासकीय कर्मचारी मान्य किया जाए.
- आशा कार्यकर्ताओं के लिए प्रत्येक गांव में आरोग्य केंद्र पृथक किया जाए.
- आशा कार्यकर्ताएं 9 महीने तक गर्भवती माताओं की डिलेवरी करवाती हैं, उनका परितोषिक 600 रुपए से बढ़ा कर 1200 किया जाए
- आशा सहयोगी को 15 हजार एवं आशा कार्यकर्ताओं को 10 हजार प्रतिमाह मानदेय दिया जाए.
- शहरी आशा एवं ग्रामीण आशा कार्यकर्ताओं को समान वेतन दिया जाए.
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