Jharkhand Cabinet Decisions: झारखंड की सोरेन सरकार की कैबिनेट ने भाजपा सरकार के द्वारा शुरू की गयी अटल मोहल्ला क्लिनिक का नाम बदल दिया है. अब अटल मोहल्ला क्लिनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा एडवांस्ड हेल्थ क्लिनिक करने का फैसला किया गया है. कैबिनेट सचिव ने प्रेस ब्रीफिंग में यह जानकारी दी.

गुरुवार (24 जुलाई) को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड मंत्रालय में संपन्न हुई कैबिनेट की बैठक में 21 प्रस्ताव पर मुहर लगी जिसमें एक ऐसा प्रस्ताव ऐसा भी शामिल है जिसने यह भी निर्णय लिया गया जिसके बाद राजनीतिक उफान आ गया।

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बदला गया अटल मोहल्ला क्लिनिक का नाम

बता दें कि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में बीजेपी सरकार की तरफ से दिल्ली की मोहल्ला क्लिनिक की तर्ज पर शुरू की गई अटल मोहल्ला क्लिनिक का नाम बदल दिया है. झारखंड में चल रहे अटल मोहल्ला क्लिनिक को अब मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लिनिक के नाम से जाना जाएगा. कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगी जिसको लेकर बीजेपी ने नाराजगी जाहिर की है.

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BJP ने की थी ‘अटल मोहल्ला क्लीनिक’ योजना की शुरुआत

बता दे कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शहरी मलिन बस्तियों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को दूर करने के लिए अगस्त 2019 में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की प्रथम पुण्यतिथि पर ‘अटल मोहल्ला क्लीनिक’ योजना की शुरुआत की थी. इस समय राज्य में कुल 140 अटल मोहल्ला क्लीनिक कार्यरत हैं, जो निःशुल्क और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं, जिसका अब नाम बदलकर अब “मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लिनिक” किया गया है.

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‘ये पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई का अपमान’

झारखंड बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सरकार के इस फैसले को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का अपमान बताया है. उन्होंने हेमंत सरकार पर तुष्टिकरण का भी आरोप लगाया है. प्रवक्ता का कहना है कि झारखंड कैबिनेट ने अटल मोहल्ला क्लिनिक का नाम बदल कर मदर टेरेसा एडवांस क्लिनिक करने का निर्णय लेकर राज्य निर्माता का अपमान किया है. इससे सरकार का तुष्टिकरण का चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है.

उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध ब्रिटिश लेखक क्रिस्टोफर हिचेंस और अरूप चटर्जी ने अपनी लिखी पुस्तकों में मदर टेरेसा की संस्था पर सेवा के नाम पर धर्मांतरण करने का गंभीर आरोप लगाया था. 2021 में भारत सरकार ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी की FCRA लाइसेंस का नवीनीकरण करने से मना कर दिया था. जिसका कारण संविधान विरोधी और धर्मांतरण की गतिविधियों में शामिल होना बताया गया था.

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‘मदर टेरेसा ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अहम योगदान दिया’

वहीं दूसरी तरफ कैबिनेट द्वारा लिए गए फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा है कि अटल क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लिनिक रखने का फैसला लिया गया है, क्योंकि मदर टेरेसा ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अद्भुत योगदान दिया है. उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि महिलाओं, बुजुर्गों के बाद अब दिव्यांगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और सामाजिक सुरक्षा देने के लिए राज्य सरकार कई कदम उठा रही है.

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