
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता आतिशी(Atishi) और सौरभ भारद्वाज ने आज (22 मार्च) कालकाजी में गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के बाहर महिला कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया. यह प्रदर्शन भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा चुनाव से पूर्व महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने के वादे को पूरा न करने के खिलाफ किया गया.
प्रदर्शनकारियों ने एक प्रतीकात्मक चेक थाम रखा था, जिस पर ‘बैंक ऑफ जुमला’ का नाम लिखा था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि अंकित थी. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी रैलियों में महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने का आश्वासन दिया था, लेकिन सरकार बनने के बाद इस वादे को पूरा नहीं किया गया.
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क्या कहा आतिशी ने?
आतिशी ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैलियों में महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने का वादा किया था. भाजपा ने यह भी कहा था कि उनकी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी. हालांकि, अब तक महिलाओं को यह राशि नहीं मिली है, जो भाजपा के वादों की एक और मिसाल है.
उन्होंने बताया कि सोमवार से प्रारंभ होने वाले दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र में आम आदमी पार्टी इस विषय को प्रमुखता से उठाएगी, ताकि महिलाओं को उनके अधिकार मिल सकें. चुनाव से पूर्व मोदी जी ने आश्वासन दिया था कि 8 मार्च को दिल्ली की प्रत्येक महिला के खाते में ₹2500 की पहली किश्त जमा की जाएगी. लेकिन न तो पैसे आए और न ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई.
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सौरभ भारद्वाज का BJP पर निशाना
AAP के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह BJP का वादा था, न कि हमारा. उन्होंने स्वयं कहा था कि सरकार बनने पर महिलाओं को 2500 रुपये दिए जाएंगे, लेकिन यह भी हमेशा की तरह एक जुमला बनकर रह गया. हम जनता को BJP के इस वादे की याद दिलाने के लिए सड़कों पर आए हैं.
मंत्री प्रवेश वर्मा के आदेश पर भी दी प्रतिक्रिया
दिल्ली सरकार के अधिकारों को लेकर चल रही बहस पर सौरभ भारद्वाज ने टिप्पणी की कि मंत्री परवेश वर्मा ने हाल ही में एक अधिकारी को निलंबित करने का निर्देश दिया, जबकि उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि संशोधित नियमों के अनुसार कोई मंत्री इस प्रकार का कदम नहीं उठा सकता. पहले जब हम इस मुद्दे को उठाते थे, तब भाजपा हम पर सवाल उठाती थी, लेकिन अब उन्हें यह समझ में आने लगा है कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार के पास अधिकारों की कमी है.
AAP का यह प्रदर्शन BJP पर चुनावी वादों को पूरा करने के लिए दबाव बनाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इस विषय पर BJP की प्रतिक्रिया कैसी होती है.
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