रायपुर. छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति का मामला इन दिनों हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है.हाईकोर्ट से इस संबंध में नये हाईपावर कमेटी गठित करने के आदेश के बाद जोगी की जाति को लेकर चर्चा का दौर जारी है. सोशल मीडिया में जोगी पर बनाया गया एक पोस्टर वायरल हो रहा है. हालाकि जोगी पर पोस्टर के जरिये हमला करने वाले ने अपनी पहचान छुपाई हुई है लेकिन जिस तरीके से जोगी पर पोस्टर से हमला किया गया है उससे तो यही आशंका व्यक्त की जा रही है कि हो ना हो यह हमला कांग्रेस की ओर से ही किया गया है.

इन दिनों सोशल मीडिया पर जोगी की जाति को लेकर कुछ पोस्टर जमकर वायरल हो रहा है. इन पोस्टरों के माध्यम से यह बताने की कोशिश की गई है कि जोगी आदिवासी नहीं है और साथ ही इस पोस्टर के माध्यम से यह भी प्र​दर्शित करने का प्रयास किया गया है कि ”भाजपा जोगी साथ साथ” है.

आप भी देखिये की इन पोस्टरों में ऐसा क्या है जिसे यह पता चलता है कि भाजपा जोगी साथ साथ है और वे आदिवासी नहीं है…

पोस्टर 1. इस पोस्टर में साल 1967 में जोगी के पिता द्वारा बेची गई एक जमीन का जिक्र करते हुए उसके लिए कलेक्टर से अनुमति न लिये जाने का उल्लेख किया गया है.

पोस्टर 2. इसी तरह साल 1979 में जोगी की मां द्वारा बेची गई एक जमीन का जिक्र करते हुए उसके लिए भी कलेक्टर से अनुमति न लिये जाने की बात कही गई है.

पोस्टर 3. इस पोस्टर में साल 2009 में बिलासपुर की अदालत द्वारा जोगी के भाई के जाति सार्टिफिकेट के संदेहास्पद पाये जाने का जिक्र किया गया है.

पोस्टर 4. इसमें साल 2003 में शहडोल सीजेएम की कोर्ट द्वारा इंदौर से जारी जोगी के आदिवासी होने के सार्टिफिकेट को फर्जी पाया जाने का उल्लेख किया गया है.