औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिले में एक वीडियो वायरल होने के बाद सियासी हलचल मच गई है। वायरल वीडियो में महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने की बात कही जा रही है, जिसे कथित तौर पर ‘माई-बहिन योजना’ के तहत महागठबंधन सरकार के आने पर लागू करने का दावा किया गया है। वीडियो में कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम की तस्वीरें एक पर्चे (पैम्पलेट) पर दिखाई देती हैं। साथ ही, एक मोबाइल नंबर के साथ लिखा गया है, महागठबंधन सरकार बनने के बाद योजना का फायदा लेने के लिए अभी मिस्ड कॉल करें। वीडियो में एक युवक यह कहते हुए भी दिखाई देता है कि माई-बहिन योजना का फॉर्म भरने वाली सभी महिलाओं को प्रति माह 2500 रुपये मिलेंगे, चाहे गोरी हो या काली, हर लड़की यह फॉर्म भर सकती है।

BJP कार्यकर्ता ने जताई आपत्ति, FIR दर्ज

वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह के कार्यालय प्रभारी मृत्युंजय कुमार सिंह ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे महिलाओं को फर्जी योजना के जरिए गुमराह करने की साजिश बताया। मृत्युंजय सिंह ने कांग्रेस विधायक आनंद शंकर सिंह और योजना का प्रचार कर रहे अज्ञात युवक के खिलाफ नगर थाना में FIR दर्ज कराई है।

मस्जिद की तस्वीर के साथ वायरल वीडियो

FIR में दावा किया गया है कि यह वीडियो मस्जिद की तस्वीर के साथ वायरल किया गया है। वीडियो में युवक कथित रूप से कह रहा है कि फॉर्म भरने पर सीधे हर महिला को प्रतिमाह 2500 दिए जाएंगे, जो कि कांग्रेस के महागठबंधन की प्रस्तावित ‘माई-बहिन सम्मान योजना’ से मेल नहीं खाता।

फॉर्म भरते ही पैसा मिलेगा

मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा यह कांग्रेस की एक फर्जी योजना है, जिससे महिलाओं को भ्रमित किया जा रहा है। महागठबंधन की प्रस्तावित योजना में ऐसी कोई शर्त नहीं है कि फॉर्म भरते ही पैसा मिलेगा।
विपक्ष की ओछी राजनीति” इस मामले में कांग्रेस विधायक आनंद शंकर सिंह ने सफाई देते हुए कहा, मैं व्यक्तिगत रूप से काफी परेशान हूं, क्योंकि चार दिन पहले मेरे पिता का निधन हुआ है। ऐसे समय में विपक्ष द्वारा ओछी राजनीति की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि
जिस योजना का जिक्र वीडियो और FIR में किया गया है, वह महागठबंधन के संभावित घोषणापत्र का हिस्सा है। किसी भी दल का प्रचार करना लोकतांत्रिक अधिकार है।

पुलिस जांच में जुटी

नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा वायरल वीडियो की जांच के लिए साइबर सेल को सोर्स ट्रेस करने का निर्देश दिया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।