जहां हुआ था अपमान, वहीं हुआ सम्मान: बड़ी संख्या में पहुंचे कथावाचक युवराज के अनुयायी, ‘बोल कालिया’ के धुन पर निकली शिष्यों की टोली, बदसलूकी के खिलाफ संतों ने की कार्रवाई और माफी की मांग