रायपुर। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रतिक्रियाओं के आने का दौर शुरू हो गया है. राज्य के नेताओं ने भी पांंच जजों की बैंच के एकमतेन फैसले का स्वागत किया है.

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि सारे देश में इसका इंतजार था. संविधान के तहत ही हमारा हिंदुस्तान संचालित होता है. इसमें न्याय सर्वोपरि है. सर्वोच्च न्यायालय ने जो भी फैसला दिया, समूचा देश उसको स्वीकार करेगा. उसी के आधार पर देश चलता है.

पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने जो फैसला दिया है हम उसका सम्मान करते हैं. मुझे लगता है कि शताब्दियों से यह मामला चल रहा है. सारे पक्षों ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं. उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अब कुछ बचता नहीं है. पांच सदस्यीय पीठ का यह सर्वमतेन फैसला है.

सांसद सुनील सोनी ने कहा कि रामजी का देश है. देश में रामराज्य आये हर कोई इसकी कल्पना करता है. देश की सरकार उस दिशा में आगे बढ़ रही है. कोर्ट का फैसला ऐतिहासिक है. विवाद अब समाप्त हो गया है. इस फैसले के बाद अब हम देश में रामराज्य स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़े. देश ने इस फैसले का स्वागत किया है. हर पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया है. फैसले में मुस्लिम भाइयों के पक्ष को भी स्थान दिया गया है. 5 एकड़ जमीन दी गई.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं.इस फैसले के बाद अब मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है. मुस्लिम समाज को भी 5 एकड़ जमीन दिए जाने का निर्णय लिया है. वर्षों से यह प्रकरण लंबित था. अब जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है ऐसे मौके पर मैं अपील करता हूँ कि शांति और सद्भावना का बेहतर वातावरण हम सब मिलकर बनाये.