
प्रदीप कुमार, गोपालगंज. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 10 मार्च तक बिहार के गोपालगंज में हैं. जिले के भोरे प्रखंड पंचायत में हनुमंत कथा का आयोजन किया गया है. हनुमत कथा के दूसरे दिन यानी की आज शुक्रवार (7 मार्च) को भी भोरे प्रखंड के रामनगर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही. लोग बाबा के दर्शन को लेकर ललाइत दिखे. बाबा के एक झलक पाने को लेकर कई हजार की संख्या में भक्त पंडाल के अंदर कतार में खड़े नजर आए.
नेता अवतार में दिख रहे बाबा
बिहार में आज बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री का नेता अवतार दिखा। गौरतलब है कि राज्य में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले है। इस चुनाव को लेकर सभी दलों ने जोर आजमाइश शुरू कर दी है। इसी कड़ी में बिहार में एक साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, बागेश्वर सरकार धीरेंद्र शास्त्री और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर दौरा कर रहे हैं। गोपालगंज में भी बागेश्वर सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का 5 दिवसीय हनुमंत कथा चल रहा है। जिले के भोरे प्रखंड के रामनगर स्थित श्रीराम जानकी मठ इन दिनों आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां भारी संख्या में श्रद्धालु धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने के लिए पहुंचे हुए है। भोरे प्रखंड के रामनगर स्थित श्रीराम जानकी मठ में धीरेंद्र शास्त्री ने कथा से पहले हिन्दुओं की अस्तित्व और उनकी सुरक्षा को लेकर खूब बयान दिया।
हनुमत कथा के दौरान जगाया सनातन का अलख
शुक्रवार को भी कथा वाचक धीरेंद्र शास्त्री ने हनुमत कथा के दौरान सनातन को लेकर अलख जगाया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा की हम यहां हिंदुओं को जगाने के लिए ही आया है. मुझे किसी से डर नहीं है. मैं भारत को हिंदू राष्ट्र बनकर ही रहूंगा. विरोधी जितना वार कर ले मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं सनातन के लिए ही जीता हूं. मैं यहां दूसरे धर्म की बुराई करने नहीं आया हूं. मैं सिर्फ सनातन की बात करता हूं. अगर कुछ लोगों को पीड़ा हो रही है तो. हो मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं. हालांकि इस दौरान बाबा के भक्त झूमते नजर आए.
शनिवार को लगेगा बाबा का दिव्य दरबार
हालांकि कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के दृष्टिकोण से सिर्फ एक दिन के लिए दिव्य दरबार लगाने की अनुमति दी गई है. प्रशासन की ओर से बताया गया है कि 8 मार्च शनिवार को कथा शुरू होने से पहले उनका दिव्य दरबार सजेगा। ये कार्यक्रम सिर्फ एक दिन के लिए रखा गया है। भोरे में भक्तों की भारी भीड़ के लिए विशाल पंडाल, लंगर और वाहनों को खड़ा करने के लिए भी जगह-जगह पार्किंग स्टैंड बनाए गए है। वीआईपी एंट्री के साथ साथ एम्बुलेंस और दमकल की गाड़ियों के आगमन के लिए अलग-अलग रूट बनाए गए हैं। अग्निशमन की फुलप्रूफ व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल और भोरे रेफरल अस्पताल को भी किसी इमरजेंसी जैसे हालत के लिए स्टैंडबाय में रखा गया है।
जानें क्या होता है दिव्या दरबार?
बाबा धीरेंद्र शास्त्री कल शनिवार सुबह 10 बजे से दिव्य दरबार लगाएंगे। इसकी घोषणा उन्होंने स्वयं मंच से की थी। बाबा के दिव्य दरबार में शामिल होने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु रामनगर गांव पहुंच रहे हैं। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने दिव्य दरबार में श्रद्धालुओं के सवालों के जवाब पहले ही एक पर्ची पर लिख देते हैं। दरबार में सबसे पहले ‘सीताराम हनुमान’ का कीर्तन कराया जाता है। इसके बाद वे मुगदर घुमाकर भीड़ में से कुछ लोगों के नाम पुकारते हैं, उनकी पोशाक का रंग भी बता देते हैं और उन्हें मंच पर बुलाते हैं। जब श्रद्धालु अपनी समस्या बताते हैं, तो बाबा पहले से लिखी गई पर्ची दिखाते हैं, जिसमें वही सवाल दर्ज होता है। यही उनकी खास सिद्धि है, जिससे वे लाखों भक्तों के बीच विख्यात हो गए हैं।
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