NCP नेता बाबा सिद्दीकी(Baba Siddique) की हत्या को लेकर वसीम मंसूरी(Vasim Mansuri) नामक एक सामाजिक कार्यकर्ता ने मुंबई पुलिस को दिए एक बयान में कहा कि वह बाबा सिद्दीकी के बगल में खड़े थे जब गोली चली. उन्होंने कहा कि हमें ऐसा लगा कि पटाखा फूटा है. और बाबा सिद्दीकी ने कहा, “मुझे गोली मार दी है मैं मर रहा हूँ”, और उनके कपड़े खून से लथपथ दिखाई दिए.
वसीम मंसूरी ने कहा, “मैं विधायक जीशान जियाउद्दीन सिद्दीकी के विधानसभा क्षेत्र के एक वार्ड का प्रतिनिधित्व करता हूं. विधायक जीशान सिद्दीकी के विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले मतदाताओं को अगर सफाई, अस्पताल से जुड़ी कोई समस्या होती है या किसी तरह की मदद की जरूरत होती है तो मैं विधायक जीशान सिद्दीकी की तरफ से उनसे संपर्क करता हूं और समस्या लेकर आने वाले लोगों को मदद पहुंचाने का काम करता हूं.”
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उन्होंने कहा, “पिछले 7 सालों से मैं जीशान सिद्धीकी के साथ काम कर रहा हूं. दिनभर अपने दफ्तर में काम करता हूं और शाम को उनसे मिलता हूं. मैं 12 अक्टूबर को शाम साढ़े 7 बजे जीशान सिद्धीकी के ऑफिस गया तो विधायक जीशान सिद्धीकी और उनके पिता बाबा सिद्धीकी वहां बैठे थे. बाद में मैं जीशान से दफ्तर में मिला और कुछ कर्मचारियों को लेकर उनके ऑफिस के बाहर बैठ गया. सुहैल सिद्दीकी और फहीम सैयद भी वहां थे.
वसीम मंसूरी का बड़ा खुलासा
मंसूरी ने बताया, “जीशान रात 9:30 बजे के करीब दफ्तर से निकल गए. लेकिन चूंकि वह वापस आने वाले थे, इसलिए हम ऑफिस में ही रुके रहे. लगभग 5 से 10 मिनट के बाद बाबा सिद्दीकी निकलने लगे. उनकी गाड़ी, रेंज रोवर थोड़ी दूरी पर खड़ी की गई थी, इसलिए इकबाल, शम्स और मैं उन्हें कार तक छोड़ने गए. उस समय, मैं और शम्स बाबा सिद्दीकी के दाहिनी ओर खड़े थे. इकबाल भाई उनकी बाईं ओर, और शम्स के पैरों से पटाखे फूटने की आवाज हुई, जिससे मेरी आंखें बहने लगीं.
‘मुझे गोली मार दी, मैं मर रहा हूं’
वसीम मंसूरी ने बताया कि उस समय बाबा सिद्दीकी ने हमसे पूछा, “पटाखे कौन फोड़ रहा है?” हमने कहा कि हम देवी को विसर्जन के लिए ले जा रहे थे, इसलिए शायद किसी ने पटाखे फोड़ दिए होंगे. लेकिन कुछ देर बाद हमें फिर से पटाखे की आवाज और प्रकाश की आवाज सुनाई दी. तब बाबा सिद्दीकी ने हमें बताया, “मुझे गोली मार दी, मैं मर रहा हूँ.” मैंने देखा कि उसने जो टी-शर्ट पहनी थी, वह खून से सनी हुई थी, और जब मैं पीछे से बाबा सिद्दीकी को सहारा दे रहा था, तो मैंने देखा कि तीन लोग वहां से फायरिंग कर भाग रहे थे.”
उन्होंने आगे बताया, बाद में ऑफिस में मौजूद कुछ लोग भागकर गाड़ी की तरफ आए. हम और पुलिस सुरक्षा गार्ड ने घायल बाबा सिद्दीकी को रेंज रोवर पर बैठाया, फिर यूसुफ माड़ी और अब्दुल्ला उसके साथ कार में बैठे. बाद में, मैं और बाकी लोग बाइक पर बैठकर घायल बाबा सिद्दीकी को अस्पताल लेकर पहुंचे. उन्हें लीलावती अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां विधायक जीशान सिद्दीकी भी पहुंचे. डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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