हेमंत शर्मा. रायपुर. संजीवनी एक्सप्रेस में 2 माह के बच्चे की मौत मामले पर रायपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने GVK के सीईओ के खिलाफ मौदहापारा थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है. CMHO ने अपने शिकायत में लिखा है कि सीईओ विक्रम सिंह ने गाड़ी का सही मेंटेनेंस नहीं किया. जिसके चलते गेट लॉक हुआ और बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई.

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अपने शिकायत पत्र में आगे लिखा है कि चूँकि संजीवनी एक्सप्रेस का काम किसी की जिंदगी बचाना है ना कि किसी की जान लेना. GVK के सीईओ विक्रम सिंह ने अपने दायित्व का सही ढंग से निर्वहन नहीं किया, जिसके चलते ये विपरीत परिस्थिति निर्मित हुई है.

शांडिल्य ने ये लिखा है FIR में…

विवरण इस प्रकार है कि आज 17 जुलाई को संजीवनी एक्सप्रेस 108 वाहन क्रमांक सीजी 02 3001 के द्वारा फाफाडीह चौक से मेकाहारा उपचार हेतु 10:45 बजे कुंज राम पिता अंबिका उम्र 2 माह पता बाराचट्टी बाजार बिहार को आपातकालीन चिकित्सक के पास पहुंचाया गया. चिकित्सक द्वारा जांच कर मृत पाए जाने की जानकारी दी गई.

प्राप्त जानकारी के अनुसार वाहन मेकाहारा पहुंचने के पश्चात वाहन का पीछे का दरवाजा तत्काल नहीं खुलने से 5 से 10 मिनट तक दरवाजा खोलने का प्रयास किया गया. दरवाजा नहीं खुलने पर वाहन चालक मंगल करण यादव के द्वारा बच्चे को खिड़की से बाहर निकालकर लोगों के माध्यम से आपातकालीन चिकित्सा कक्ष में पहुंचने के बाद वाहन चालक वाहन को लेकर गैरेज में दरवाजा खुलवाने हेतु ले गया.

चूँकि वाहन आपात स्थिति के लिए लोगों की जान बचाने एवं सुरक्षा के उपयोग में लाई जाती है. ऐसे वाहन का रखरखाव मुख्य कार्यपालन अधिकारी विक्रम सिंह उम्र 48 वर्ष अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया गया. वाहन को अच्छी स्थिति में नहीं रखा. इन परिस्थितियों के कारण यह स्थिति निर्मित हुई. जिससे बच्चे के उपचार में देरी हुई जिसके लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी विक्रम सिंह पूर्णता जिम्मेदार हैं. अतः इन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने हेतु आवश्यक कार्रवाई की जाये.