Bajaj Finance Share Price: बैंकिंग नियामक भारतीय रिजर्व बैंक ने भारत की एनबीएफसी कारोबार की दिग्गज कंपनी बजाज फाइनेंस पर सख्ती दिखाई है. RBI ने कार्रवाई करते हुए बजाज फाइनेंस के दो लोन प्रोडक्ट्स पर रोक लगा दी है. भारतीय रिजर्व बैंक ने बजाज फाइनेंस को ईकॉम और इंस्टा ईएमआई कार्ड के तहत ऋण की मंजूरी और वितरण को तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश दिया है. भारत के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है.

भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, बजाज फाइनेंस पर भारतीय रिजर्व बैंक के डिजिटल ऋण दिशानिर्देशों के मौजूदा प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि बजाज फाइनेंस के इन दो ऋण उत्पादों के तहत ग्राहकों को मुख्य तथ्य विवरण जारी न करने और कंपनी द्वारा स्वीकृत अन्य डिजिटल ऋणों के संबंध में जारी प्रमुख तथ्यों में कमियों के कारण यह आवश्यक कार्रवाई की गई है.

आरबीआई ने कहा है कि बजाज फाइनेंस के इन दो ऋण उत्पादों के तहत ऋण लेने वाले लोगों को महत्वपूर्ण तथ्य विवरण जारी नहीं किए जा रहे हैं. इसके साथ ही दूसरे डिजिटल लोन को मंजूरी देने में मुख्य तथ्य विवरण में कमी है जिसके कारण बजाज फाइनेंस के खिलाफ यह कार्रवाई करनी पड़ी.

केंद्रीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि अगर बजाज फाइनेंस इन कमियों को दूर कर आरबीआई को जवाब देकर संतुष्ट करता है तो इन प्रतिबंधों की समीक्षा की जा सकती है.

भारतीय रिजर्व बैंक की इस कार्रवाई का असर बजाज फाइनेंस के शेयरों पर भी देखने को मिला है. रिजर्व बैंक के इस आदेश के बाद बुधवार को बजाज फाइनेंस के शेयरों में गिरावट देखने को मिली और यह करीब दो फीसदी गिरकर 7224 रुपये के स्तर पर बंद हुआ.

शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि बजाज फाइनेंस के दो लोन प्रोडक्ट्स पर आरबीआई की इस कार्रवाई से बजाज फाइनेंस की आय घट सकती है. कई शेयर बाजार विशेषज्ञों ने कहा है कि छोटी अवधि में बजाज फाइनेंस के कारोबार और मुनाफे पर इसका असर देखने को मिल सकता है.

कई विशेषज्ञों ने कहा है कि यह मामला अगले एक या दो तिमाहियों में सुलझ सकता है. शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि बजाज फाइनेंस के शुद्ध मुनाफे पर आरबीआई के इस प्रतिबंध से 6 फीसदी की गिरावट आ सकती है.